ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स में भारत 77वें स्थान पर

संयुक्त राष्ट्र के विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), यूनिसेफ (UNICEF) और मेडिकल जर्नल लैंसेट ने हाल ही में ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स और फ्लोरिशिंग इंडेक्स पर रिपोर्ट जारी किया है. इस रिपोर्ट के अनुसार भारत ‘ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स’ में भारत 77वें स्थान पर और फ्लोरिशिंग इंडेक्स में दुनिया के 180 देशों में 131वें नंबर पर है. इसे दुनिया भर के 40 से ज्यादा बाल एवं किशोर स्वास्थ्य विशेषज्ञों के आयोग ने तैयार किया है.

सस्टेनेबल इंडेक्स

सस्टेनेबल इंडेक्स या सतत सूचकांक (Sustainable Index) प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन से जुड़ा है. इस सूची में 2030 लक्ष्य के हिसाब से कार्बन उत्सर्जन के आधार पर देशों को रैंक दी गई है.

प्रतिव्यक्ति कार्बन उत्सर्जन के मामले में चाड को छोड़कर बाकी देश बहुत पीछे हैं. जो देश 2030 के प्रतिव्यक्ति कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य के मुताबिक चल रहे हैं वे हैं- अल्बानिया, आर्मेनिया, ग्रेंडा, जॉर्डन, मोलदोवा, श्रीलंका, टूनीशिया, उरुग्वे तथा वियतनाम.

ग्लोबल फ्लोरिशिंग इंडेक्स

ग्लोबल फ्लोरिशिंग इंडेक्स या खुशहाली सूचकांक (Global Flourishing Index) मां-बच्चे का स्वास्थ्य पालन-पोषण और उसके कल्याण से जुड़ा है. रिपोर्ट में 180 देशों की क्षमता का आकलन किया गया है कि वे यह सुनिश्चित कर पाते हैं या नहीं कि उनके यहां के बच्चे पलें-बढ़ें और खुशहाल रहें.

नॉर्वे, फ्लोरिशिंग इंडेक्स इंडेक्स में पहले स्थान पर है. दक्षिण कोरिया और नीदरलैंड क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. इस इंडेक्स में मध्य अफ्रीकी गणराज्य, चाड और सोमालिया सबसे नीचे हैं.