14वीं एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप: दोहा में खेला जा रहा है

14वीं एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप (14th Asian Shooting Championship) 3 से 13 नवम्बर तक दोहा में खेला जा रहा है.

इस चैंपियनशिप में भारतीय शूटर दीपक कुमार ने 5 नवम्बर को पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में तीसरे स्थान पर रहकर कांस्य पदक जीता. इस जीत के साथ उन्होंने भारत के लिए तोक्यो ओलिंपिक 2020 का दसवां कोटा भी हासिल किया. दीपक भारत की तरफ से निशानेबाजी में ओलंपिक कोटा हासिल करने वाले 10वें पुरुष बन गए हैं.

भारत के मनु भाकर ने भी महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता. वह मई में म्यूनिख वर्ल्ड कप के जरिये पहले ही ओलिंपिक कोटा हासिल कर चुकी हैं.

चिंकी यादव ने कैरियर के सर्वश्रेष्ठ क्वालीफिकेशन स्कोर 588 अंक से निशानेबाजी में भारत को 11वां ओलंपिक कोटा दिलाया लेकिन वह 14वीं एशियाई चैंपियनशिप में पदक नहीं जीत सकीं.

पुरूषों की 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में संजीव राजपूत, शुभंकर प्रमाणिक और तरूण यादव ने 1865.1 के संयुक्त स्कोर से रजत पदक अपने नाम किया.

पुरूषों की 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल स्पर्धा में उदयवीर सिद्धू ने 577 अंक से व्यक्तिगत रजत पदक हासिल किया जबकि उदयवीर, विजयवीर सिद्धू और गुरप्रीत सिंह ने 1710 अंक से टीम को स्वर्ण पदक दिलाया.

भारत ने जूनियर और युवा वर्गों में दबदबा जारी रखते हुए 11 और पदक हासिल किये जिसमें छह और स्वर्ण पदक शामिल हैं. देश के अभी तक टूर्नामेंट में 35 पदक हो गये हैं.

 

टोक्यो ओलिंपिक के लिए भारतीय निशानेबाज़ों ने अब तक रिकॉर्ड 15 कोटे हासिल

टोक्यो ओलिंपिक के लिए भारतीय निशानेबाज़ों ने अब तक रिकॉर्ड 15 कोटे हासिल कर लिए हैँ. दोहा में 14वीं एशियाई निशानेबाज़ी चैंपियनशिप में अंगद वीर सिंह बाजवा ने पुरुषों की स्कीट स्पर्धा में स्‍वर्ण पदक अपने नाम किया. वहीं, इसी स्‍पर्धा का रजत पदक मेराज अहमद के नाम रहा. इस तरह अंगद और मेराज ने पहले और दूसरे स्थान पर रहते हुए देश के लिए दो और ओलिंपिक कोटे हासिल किये.

ओलिंपिक कोटा के मामले में यह भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. लंदन ओलिंपिक 2012 में भारत के 11 निशानेबाज़ों ने हिस्सा लिया था जबकि रियो ओलिंपिक 2016 में 12 भारतीय निशानेबाज़ उतरे थे.