संयुक्त राष्ट्र महासभा ने रूस को मानवाधिकार परिषद से निलंबित किया
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने रूस को मानवाधिकार परिषद (UNHRC) से निलंबित कर दिया है. यूक्रेन के बुचा शहर में हत्याओं के बाद यह कदम उठाया गया है.
मुख्य बिंदु
- रूस को UNHRC से निलंबित करने के प्रस्ताव पर 8 अप्रैल को मतदान हुआ था. यह प्रस्ताव अमेरिका सहित कई देशों द्वारा लाया गया था.
- इस प्रस्ताव पर 93 देशों ने रूस को UNHRC से बाहर करने के पक्ष में वोट किया. भारत सहित 58 देशों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया. चीन सहित 24 देशों ने रूस को बाहर करने के प्रस्ताव के खिलाफ वोट दिया.
- यूक्रेन के बुचा से रूसी सैनिकों की वापसी के बाद शहर में दर्जनों लोगों के मृत पाए गये थे. इसकी दुनिया भर में निंदा हुई थी, लेकिन मॉस्को ने इन खबरों को फर्जी करार दिया था.
- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने नागरिकों की मौत में किसी भी भागीदारी से इनकार किया. उन्होंने यू्क्रेनी अधिकारियों पर खबरों को ‘गढ़ने’ का आरोप लगाया है.
UNHRC: एक दृष्टि
- संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने दुनिया भर में मानवाधिकारों के संरक्षण के लिए UNHRC की स्थापना 15 मार्च 2006 को की थी. UNHRC, मानवाधिकार उल्लंघनों की भी जांच करता है.
- वर्तमान में UNHRC के 47 सदस्य देश हैं. UNHRC के वर्तमान अध्यक्ष फेडरिको विलेगास (Federico Villegas) हैं.
- UNHRC से किसी सदस्य को निलंबित करने के लिए महासभा में दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है.