वर्ष 2019-20 के खरीफ फसलों के लिए MSP की घोषणा
केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक समिति ने वर्ष 2019-20 के खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को 3 जुलाई को मंजूरी दे दी.
न्यूनतम समर्थन मूल्य 2019-20: एक दृष्टि
फसल | MSP 2018-19 | MSP 2019-20 | बढ़ोतरी | लागत से ज्यादा (%) |
धान | 1,750 | 1,815 | 65 | 50 |
तुअर | 5,675 | 5,800 | 125 | 60 |
मूंग | 6,975 | 7,050 | 75 | 50 |
उड़द | 5,600 | 5,700 | 100 | 64 |
तिल | 6,249 | 6,485 | 236 | 50 |
मूंगफली | 4,890 | 5,090 | 200 | 50 |
ज्वार | 2,430 | 2,550 | 120 | 50 |
बाजरा | 1,950 | 2,000 | 50 | 85 |
मक्का | 1,700 | 1,760 | 60 | 50 |
सोयाबीन | 3,399 | 3,710 | 311 | 50 |
कपास | 5,150 | 5,255 | 105 | 50 |
सूरजमुखी | 5,388 | 5,650 | 262 | 50 |
क्या है एमएसपी? एमएसपी यानि न्यूनतम समर्थन मूल्य वह कीमत होती है, जिस पर सरकार किसानों से अनाज खरीदती है. इसे सरकारी भाव भी कहा जा सकता है. सरकार हर साल फसलों की एमएसपी तय करती है ताकि किसानों की उपज का वाजिब भाव मिल सके. इसके तहत सरकार फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया, नैफेड जैसी सरकारी एजेसिंयों की मदद से किसानों की फसलों को खरीदती है.