आठवाँ भारत-जापान हिंद-प्रशांत फोरम टोक्यो में आयोजित किया गया

आठवाँ भारत-जापान हिंद-प्रशांत फोरम (8th India-Japan Indo-Pacific Forum) 4 से 5 नवंबर, 2025 तक टोक्यो, जापान में आयोजित किया गया था. इस फोरम में दोनों देशों ने इस क्षेत्र की स्थिरता और समृद्धि के लिए अपनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर ज़ोर दिया.

मुख्य बिन्दु

  • इस फोरम में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने संबोधित किया. उन्होंने भारत-जापान संबंधों की गहराई और भविष्य पर प्रकाश डाला.
  • जयशंकर ने भारत और जापान की साझेदारी से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक स्थिरता को बढ़ाने और वैश्विक आर्थिक विकास में योगदान देने पर ज़ोर दिया.
  • प्रधानमंत्री मोदी की जापान यात्रा (अगस्त 2025) में अगले दस वर्षों के लिए 10 ट्रिलियन येन के निवेश लक्ष्य की घोषणा की गई थी, जिसे इस फोरम में दोनों देशों की महत्वाकांक्षा के एक महत्वपूर्ण पैमाने के रूप में दोहराया गया.
  • दोनों देशों ने भविष्य में सहयोग के लिए निम्नलिखित प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने पर सहमति व्यक्त की:
  1. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)
  2. सेमीकंडक्टर्स
  3. क्रिटिकल मिनरल्स
  4. स्वच्छ ऊर्जा (जैसे स्वच्छ हाइड्रोजन और अमोनिया पर संयुक्त घोषणा)
  5. अंतरिक्ष (Space)

भारत-जापान हिंद-प्रशांत फोरम

  • यह फोरम दिल्ली पॉलिसी ग्रुप (DPG) और जापान इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स (JIIA) द्वारा आयोजित एक ‘ट्रैक 1.5 डायलॉग’ (Track 1.5 Dialogue) है.  ईसमें थिंक टैंक विशेषज्ञ और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी नीति समन्वय को बढ़ावा देने के लिए एक साथ आते हैं.
  • यह फोरम वर्ष में एक बार आयोजित होता है, जिसमें दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी और विशेषज्ञ भाग लेते हैं ताकि पिछले फैसलों की प्रगति की समीक्षा कर सकें और भविष्य की रणनीतियों पर विचार-विमर्श कर सकें.
  • ‘ट्रैक 1.5 डायलॉग’ ऐसा मंच है जहाँ सरकारी अधिकारी और गैर-सरकारी विशेषज्ञ (जैसे शिक्षाविद, थिंक टैंक के विद्वान और निजी क्षेत्र के लोग) एक साथ मिलकर किसी महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मुद्दे पर विचार-विमर्श करते हैं. ट्रैक 1 डायलॉग पूरी तरह से सरकारी स्तर पर होता है जबकि ट्रैक 2 डायलॉग यह पूरी तरह से गैर-सरकारी स्तर पर होता है.