ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की भारत यात्रा
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने 8 से 9 अक्टूबर 2025 तक भारत की यात्रा की थी. उनकी यह यात्रा मुंबई तक केंद्रित थी. यह उनकी भारत की पहली आधिकारिक यात्रा थी.
- यात्रा का मुख्य फोकस व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी और नवाचार पर रहा, जो ‘विजन 2035’ रोडमैप के अनुरूप है.
- यह यात्रा भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने और जुलाई 2025 में हस्ताक्षरित व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते (CETA) से उत्पन्न होने वाले अवसरों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए थी.
यात्रा के मुख्य बिन्दु
- प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री स्टारमर ने मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट के 6ठे संस्करण में भाग लिया और मुख्य भाषण दिए.
- दोनों नेताओं ने मुंबई के राजभवन में द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें ‘विजन 2035’ के तहत विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा की गई.
- कीर स्टारमर अपने साथ ब्रिटेन के सबसे बड़े व्यापार प्रतिनिधिमंडल (125 से अधिक व्यापारिक नेता) को लेकर आए, जिसका उद्देश्य भारत में ब्रिटिश व्यवसायों के लिए अवसरों का विस्तार करना था.
यूके के दो विश्वविद्यालय का भारत में शाखा परिसर
- यूनाइटेड किंगडम के लैंकेस्टर विश्वविद्यालय को बेंगलुरू में अपना एक अंतर्राष्ट्रीय शाखा परिसर खोलने पर सहमति बनी.
- इसके साथ ही, सरे विश्वविद्यालय (University of Surrey) को भी गुजरात के गिफ्ट सिटी (GIFT City) में अपना परिसर खोलने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मिली.
- इसका उद्देश्य भारतीय छात्रों को यूके की डिग्री प्राप्त करने का अवसर प्रदान करना है, जबकि वे भारत में ही रहकर पढ़ाई कर सकेंगे.
विजन 2035 के मुख्य बिन्दु
- दोनों देशों के बीच एक मुक्त व्यापार समझौता (FTA).
- 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को $100 बिलियन से अधिक करना.
- जेट इंजन एडवांस्ड कोर टेक्नोलॉजीज (JEACT) और इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन जैसे क्षेत्रों में संयुक्त विकास और सहयोग.
- हिंद-प्रशांत क्षेत्र और हिंद महासागर में शांति, सुरक्षा और समृद्धि के लिए साझा प्रतिबद्धता.
- यूके-भारत संयुक्त AI केंद्र की स्थापना.
- भारत में यूनाइटेड किंगडम के विश्वविद्यालयों के कैंपस खोलने के प्रयासों को सुविधाजनक बनाना.
- स्वच्छ ऊर्जा में तेजी लाने और जलवायु वित्त जुटाने पर ध्यान केंद्रित करना.
- 2030 तक 500 गीगावाट अक्षय ऊर्जा के भारत के लक्ष्य की दिशा में सहयोग करना.