प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना का शुभारंभ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्तूबर प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (PMDDKY) का शुभारंभ किया था. यह भारत सरकार की योजना है. यह योजना दलहन में आत्मनिर्भरता मिशन के साथ शुरू किया गया.

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के तहत कृषि उत्पादकता के मामले में अत्यंत पिछड़े जिलों को अन्य विकसित जिलों के बराबर लाना और कृषि को अधिक आधुनिक और आत्मनिर्भर बनाना है.

योजना के मुख्य उद्देश्य

  1. उत्पादकता में वृद्धि
  2. किसानों को फसल विविधीकरण की ओर प्रेरित करना
  3. पंचायत एवं प्रखंड स्तर पर भंडारण क्षमता में वृद्धि
  4. सिंचाई सुविधा में सुधार
  5. कृषि ऋण को आसान बनाना

योजना में शामिल जिले

  • इस योजना में देश के उन 100 जिलों को शामिल किया जाएगा, जो कृषि उत्पादकता में पिछड़े हैं. प्रत्येक राज्य से कम से कम एक जिला जरूर शामिल किया जाएगा.
  • पात्र जिलों का चयन तीन प्रमुख आधार पर किया जाएगा. ये आधार हैं:
  1. कम कृषि उत्पादकता
  2. कम फसल सघनता
  3. कम लोन वितरण

योजना की प्रमुख बातें

  • इस योजना से लगभग 1.7 करोड़ छोटे और सीमांत किसानों को लाभ मिलने का अनुमान है.
  • यह योजना पाँच वर्षों के लिए है, जो 2025-26 से शुरू होकर 2029-30 तक रहेगी.
  • इसपर प्रत्येक वर्ष 24 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे और 1.70 करोड़ किसानों को फायदा होगा.
  • इसका मॉडल नीति आयोग के आकांक्षी जिला कार्यक्रम से लिया गया है.
  • आकांक्षी जिला कार्यक्रम भारत सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य देश के सबसे कम विकसित जिलों में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है.