वित्त वर्ष 2026-27 के लिए रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्‍य में वृद्धि

  • सरकार ने वित्त वर्ष 2026-27 के विपणन सत्र के लिए सभी अधिदेशित रबी फसलों का न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (MSP) बढ़ा दिया है.
  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्यक्षता में 1 अक्तूबर को हुई मंत्रिमंडल की आर्थिक कार्य समिति ने यह निर्णय लिया.
  • सबसे अधिक वृद्धि कुसुम (Safflower) पर की गई है. कुसुम के MSP में प्रति क्‍व‍िंटल 600 रुपये और मसूर दाल पर 300 रुपये की बढोत्‍तरी की गई है.
  • यह वृद्धि किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर कम से कम 50% मुनाफा सुनिश्चित करने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।

विपणन सत्र 2026-27 के लिए रबी फसलों के नवीनतम MSP (₹ प्रति क्विंटल)

फसलMSP (2026–27)MSP (2025–26)वृद्धि (₹)परिवर्तन (%)
गेहूं (Wheat)₹2,585₹2,425₹1606.60%
जौ (Barley)₹2,150₹1,980₹1708.60%
चना (Gram)₹5,875₹5,650₹2254.00%
मसूर (Lentil)₹7,000₹6,700₹3004.50%
सरसों (Rapeseed & Mustard)₹6,200₹5,950₹2504.20%
कुसुम (Safflower)₹6,540₹5,940₹60010.10%

रबी फसल (Rabi Crops) क्या है?

  • रबी फसल उन फसलों को कहा जाता है जिन्हें अक्टूबर से दिसंबर के बीच बोया जाता है, और मार्च से मई के बीच में काटा जाता है। इन्हें ‘शीतकालीन फसलें’ भी कहते हैं।

प्रमुख रबी फसलों के उदाहरण

  1. अनाज: गेहूं, जौ (Barley), जई (Oats),
  2. दलहन: चना, मटर, मसूर
  3. तिलहन: सरसों, अलसी, कुसुम

MSP (Minimum Support Price) क्या है?

  • MSP (Minimum Support Price) यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य वह कीमत होती है, जिस पर सरकार किसानों से अनाज खरीदती है. इसे सरकारी भाव भी कहा जा सकता है.
  • सरकार हर साल फसलों की MSP तय करती है ताकि किसानों की उपज का वाजिब भाव मिल सके. इसके तहत सरकार फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया, नैफेड जैसी सरकारी एजेसिंयों की मदद से किसानों की फसलों को खरीदती है.