डेली कर्रेंट अफेयर्स
27-28 सितम्बर 2025
बिहार के 2 नए आर्द्रभूमि को अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि का दर्जा दिया गया
बिहार के दो आर्द्रभूमि को अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि यानी रामसर स्थल का दर्जा दिया गया है. ये स्थल हैं- बक्सर जिले में स्थित गोकुल जलाशय (448 हेक्टेयर) और पश्चिम चंपारण जिले की उदयपुर झील (319 हेक्टेयर).
इसके साथ ही बिहार में रामसर स्थलों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है, जबकि भारत में कुल संख्या 93 तक पहुँच गई है.
गोकुल जलाशय
- बक्सर का गोकुल जलाशय गंगा नदी की बाढ़ से निर्मित एक महत्वपूर्ण आर्द्रभूमि है. गर्मियों में यह दलदली क्षेत्र व कृषि भूमि में बदल जाता है, जबकि मानसून में जलभराव से लबालब हो जाता है.
- यहां 50 से अधिक पक्षी प्रजातियां पाई जाती हैं. स्थानीय लोग मछली पालन, सिंचाई और खेती के लिए इस पर निर्भर हैं.
उदयपुर झील
- पश्चिम चंपारण की उदयपुर झील, एक प्राकृतिक ऑक्सबो झील है. यह झील उदयपुर वन्यजीव अभयारण्य से घिरी हुई है.
- यहां 280 से अधिक वनस्पति प्रजातियां और 35 प्रवासी पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं. इनमें असुरक्षित श्रेणी की कॉमन पोचार्ड जैसी प्रजातियाँ भी शामिल हैं.
आर्द्रभूमि पर रामसर कन्वेंशन
- आर्द्रभूमि पर रामसर कन्वेंशन का नाम ईरान के रामसर शहर के नाम पर रखा गया है क्योंकि यहीं फरवरी 1971 में आर्द्रभूमि और उनके पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया था.
अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि
- अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि को रामसर स्थल कहा जाता है. रामसर स्थल पानी में स्थित मौसमी या स्थायी पारिस्थितिक तंत्र हैं. इनमें मैंग्रोव, दलदल, नदियाँ, झीलें, डेल्टा, बाढ़ के मैदान और बाढ़ के जंगल, चावल के खेत, प्रवाल भित्तियाँ, समुद्री क्षेत्र (6 मीटर से कम ऊँचे ज्वार वाले स्थान) के अलावा मानव निर्मित आर्द्रभूमि जैसे- अपशिष्ट जल उपचार तालाब और जलाशय आदि शामिल होते हैं.
- आर्द्रभूमियां प्राकृतिक पर्यावरण का महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं. ये बाढ़ की घटनाओं में कमी लाती हैं, तटीय इलाकों की रक्षा करती हैं, साथ ही प्रदूषकों को अवशोषित कर पानी की गुणवत्ता में सुधार करती हैं.
- आर्द्रभूमि मानव और पृथ्वी के लिये महत्त्वपूर्ण हैं. 1 बिलियन से अधिक लोग जीवनयापन के लिये उन पर निर्भर हैं और दुनिया की 40% प्रजातियाँ आर्द्रभूमि में रहती हैं तथा प्रजनन करती हैं.
भारत और विश्व में रामसर स्थल
- भारत में अब कुल 93 रामसर स्थल हैं जो देश की कुल भूमि का लगभग 5% है. ये क्षेत्र देश के 13.58 लाख हैक्टेयर भूमि में फैले हैं.
- आर्द्रभूमि के राज्य-वार वितरण में तमिलनाडु (20 रामसर स्थल) पहले और गुजरात दूसरे स्थान पर है (एक लंबी तटरेखा के कारण). इसके बाद आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल का स्थान है.
- प्रथम भारतीय रामसर स्थल- केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (राजस्थान) और चिल्का झील (ओडिशा) है, जिसे 1981 में शामिल किया गया था.
- भारत में सबसे बड़ा रामसर स्थल पश्चिम बंगाल का सुंदरबन और सबसे छोटा रामसर हिमाचल प्रदेश में रेणुका है.
- रामसर सूची के अनुसार, सबसे अधिक रामसर स्थलों वाले देश यूनाइटेड किंगडम (176) और मेंक्सिको (144) हैं. अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमि का क्षेत्रफल (148,000 वर्ग किमी) सबसे अधिक बोलीविया में है.
जीएसटी अपीलीय न्यायाधिकरण का औपचारिक शुभारंभ
केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 24 सितंबर 2025 को वस्तु एवं सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण (GSTAT) का औपचारिक रूप से शुभारंभ किया था.
यह न्यायाधिकरण GST से संबंधित विवादों के समाधान को सुगम बनाने और भारत की अप्रत्यक्ष कर प्रणाली में विश्वास को मजबूत करने में महत्त्वपूर्ण योगदान देगा.
GSTAT क्या है?
- GSTAT का पूरा नाम ‘Goods and Services Tax Appellate Tribunal’ (वस्तु एवं सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण) है.
- यह एक वैधानिक निकाय है, जिसे वस्तु एवं सेवा कर अधिनियम, 2017 के तहत स्थापित किया गया है.
- इसका उद्देश्य पूरे भारत में जीएसटी विवादों के लिए एक एकीकृत अपीलीय मंच (वन नेशन, वन फोरम) तैयार करना है.
- यह ‘नागरिक देवो भव’ और अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों के सिद्धांतों के अनुरूप नागरिक-केंद्रित शासन को बढ़ावा देगा.
GSTAT का संचालन
- जीएसटीएटी का संचालन नई दिल्ली में एक प्रधान पीठ (Principal Bench) और देशभर में 45 स्थानों पर 31 राज्य पीठों (State Benches) के माध्यम से होगा.
- प्रत्येक पीठ में 2 न्यायिक सदस्य, 1 केंद्रीय तकनीकी सदस्य और 1 राज्य तकनीकी सदस्य होंगे.
- इसे तीन ‘S’ के आधार पर तैयार किया गया है:
- Structure (संरचना): न्यायिक + तकनीकी विशेषज्ञता
- Scale (विस्तार): राज्य पीठें और सरल मामलों के लिये एकल सदस्यीय पीठें
- Synergy (समन्वय): प्रौद्योगिकी, प्रक्रियाएँ और मानवीय विशेषज्ञता
अध्यक्ष और सदस्य
- सरकार ने मई, 2024 में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) संजय कुमार मिश्रा को GSTAT की प्रधान पीठ का अध्यक्ष नियुक्त किया था.
- अगस्त, 2025 में, सरकार ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश मयंक कुमार जैन को पीठ का न्यायिक सदस्य नियुक्त किया. सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी ए वेणु प्रसाद और सेवानिवृत्त आईआरएस अधिकारी अनिल कुमार गुप्ता तकनीकी सदस्य (राज्य) और तकनीकी सदस्य (केंद्र) होंगे.
आर वेंकटरमणी को फिर से भारत का अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया
- वरिष्ठ अधिवक्ता आर वेंकटरमणी को अगले दो साल के लिए पुनः भारत का अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया है.
- उनकी पुनर्नियुक्ति 1 अक्तूबर 2025 से प्रभावी है. आर वेंकटरमणी का वर्तमान तीन साल का कार्यकाल 30 सितंबर 2025 को समाप्त हो गया था था.
- 75 साल के वेंकटरमणी ने 30 सितंबर 2022 को के वेणुगोपाल का स्थान लेते हुए अटॉर्नी जनरल का पद संभाला था.
अटॉर्नी जनरल
- अटॉर्नी जनरल एक संवैधानिक पद है, जिसकी नियुक्ति केंद्र सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा की जाती है.
- अटॉर्नी जनरल को देश की किसी भी अदालत में पेश होने का अधिकार प्राप्त है. सरकारी मुकदमों को निपटाने के साथ ही अटॉर्नी जनरल जटिल कानूनी मुद्दों पर सरकार को सलाह भी देते हैं.
- योग्यता (अनुच्छेद 76): सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति के लिए पात्र होना आवश्यक है.
- कार्य: भारत सरकार को कानूनी मामलों पर सलाह देना, राष्ट्रपति द्वारा सौंपे गए कानूनी कर्तव्यों का पालन करना और संविधान या किसी कानून द्वारा प्रदत्त कार्यों का निर्वहन करना.
- कार्यकाल: राष्ट्रपति की इच्छा पर्यन्त पद धारण करते हैं और पारिश्रमिक राष्ट्रपति द्वारा निर्धारित किया जाता है.
- संसदीय अधिकार (अनुच्छेद 88): किसी भी सदन की कार्यवाही में बोलने और भाग लेने का अधिकार है, लेकिन मतदान नहीं कर सकते.
हिमाचल प्रदेश का शीत मरुस्थल को यूनेस्को में शामिल किया गया
हिमाचल प्रदेश स्थित शीत मरुस्थल को यूनेस्को के विश्व बायोस्फीयर रिजर्व नेटवर्क में शामिल किया गया है.
- चीन के हांग्जाऊ में 22 से 26 सितंबर तक आयोजित विश्व बायोस्फीयर रिजर्व कांग्रेस में यह घोषणा की गई.
- विश्व बायोस्फीयर रिज़र्व नेटवर्क में अब 142 देशों के 785 स्थल शामिल हैं, और 2018 से अब तक 10 लाख वर्ग किलोमीटर अतिरिक्त प्राकृतिक क्षेत्र संरक्षण में आ गए हैं.
हिमाचल प्रदेश का शीत मरुस्थल
- हिमाचल प्रदेश का शीत मरुस्थल भारत के पश्चिमी हिमालय में लगभग 7770 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है. यह क्षेत्र अपनी अनूठी जैव विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है.
- हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति ज़िले में कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व में पिन वैली नेशनल पार्क, किब्बर वाइल्ड लाइफ सेंच्यूरी, चन्द्र ताल और सरचू क्षेत्र शामिल हैं.
- पश्चिमी हिमालय का यह क्षेत्र समुद्री तल से तीन से पाँच हज़ार मीटर की ऊँचाई और हिमालय की वर्षा छाया में होने के कारण शीत मरूस्थल के रूप में पहचाना जाता है.
- यहां का मौसम शुष्क, ठंडा और अत्यधिक चुनौतीपूर्ण है जिसके कारण यह स्थान हिमालय जीव जन्तुओं और दुलर्भ वनस्पतियों का प्राकृतिक आवास है.
- यहां हिम तेंदुआ, साइबेरियाई आइबेक्स, हिमालयन ब्लू शीप और कई दुर्लभ पक्षियों की प्रजातियां पाईं जाती हैं.
- साथ ही चंद्रताल जैसी ऊँचाई पर स्थित झीलें और बर्फ से ढकी चोटियाँ इस इस क्षेत्र की भव्यता को और बढाती है.
यूनेस्को के विश्व जैवमंडल रिज़र्व नेटवर्क में शामिल भारतीय स्थल
- 986, नीलगिरी बायोस्फीयर रिज़र्व – तमिलनाडु (2537), केरल (1455), कर्नाटक (1527), 5520 वर्ग किमी
- 1988, नंदा देवी बायोस्फीयर रिज़र्व – उत्तराखंड, 5860 वर्ग किमी
- 1988, नोकरेक बायोस्फीयर रिज़र्व – मेघालय, 820 वर्ग किमी
- 1989, मन्नार की खाड़ी बायोस्फियर रिज़र्व – तमिलनाडु, 10500 वर्ग किमी
- 1989, सुंदरबन बायोस्फीयर रिज़र्व – पश्चिम बंगाल, 9630 वर्ग किमी
- 1989, ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिज़र्व – अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, 885 वर्ग किमी
- 1994, सिमिलिपल बायोस्फीयर रिज़र्व – ओडिशा, 4374 वर्ग किमी
- 1999, पचमढ़ी बायोस्फियर रिज़र्व – मध्य प्रदेश, 4982
- 2000, कंचनजंगा बायोस्फीयर रिज़र्व – सिक्किम, 2620 वर्ग किमी
- 2001, अगस्त्यमलाई बायोस्फियर रिज़र्व – केरल, तमिलनाडु, 3500 वर्ग किमी
- 2005, अचानकमार-अमरकंटक बायोस्फियर रिज़र्व – मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, 3835 वर्ग किमी
- 2011, पन्ना बायोस्फीयर रिज़र्व – मध्य प्रदेश, 543 वर्ग किमी
अंडमान बेसिन में प्राकृतिक गैस की खोज
- अंडमान बेसिन में प्राकृतिक गैस भंडार की खोज हुई है. इसकी जानकारी पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हाल ही में दी थी.
- यह प्राकृतिक गैस भंडार अंडमान द्वीप समूह के पूर्वी तट पर श्री विजयपुरम-2 कुएं में है.
- पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि अंडमान बेसिन में प्राकृतिक गैस की खोज से पुष्टि होती है कि अंडमान सागर प्राकृतिक गैस से समृद्ध है.
- श्री पुरी ने कहा कि अंडमान सागर में ऊर्जा के अवसरों का एक महासागर खुल गया है.
- गैस के नमूने का काकीनाडा में परीक्षण करने पर जानकारी मिली कि उनमें 87 प्रतिशत मीथेन है.
- गैस भंडार का आकार और खोज की व्यावसायिक व्यवहारिकता अभी सत्यापित नहीं हुआ है.
लड़ाकू विमान मिग-21 को 6 सितम्बर को अंतिम विदाई दी गई
- भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमान मिग-21 को देश की छह दशकों की सेवा के बाद 26 सितम्बर को अंतिम विदाई दी गई.
- विदाई समारोह चंडीगढ़ एयरबेस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल ए.पी सिंह और अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में आयोजित किया गया.
- इस अवसर पर श्री सिंह ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में मिग-21 की भूमिका की सराहना की.
- मिग-21 अनेक वीरतापूर्ण कृत्यों का साक्षी रहा है. 1971 के वार से लेकर करगिल के युद्ध तक या फिर बालाकोट या एयर स्ट्राइक से लेकर ऑपरेशन से सिंदूर तक ऐसा कोई क्षण नहीं रहा, जब मिग-21 ने हमारी आर्मफोर्सज को जबरदस्त मजबूती न प्रदान की हो.
प्रधानमंत्री ने 97500 से अधिक 4जी मोबाइल टावरों का उद्घाटन किया
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर को समूचे भारत में 97500 से अधिक नए 4जी मोबाइल टावरों का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री ने ओडिशा में झारसुगुडा में इस सेवा की शुरुआत की घोषणा की.
- बीएसएनएल द्वारा लगभग 37000 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित इन टावरों से और तीस हजार गाँवों में हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचने की उम्मीद है.
- ये टावर पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से लैस हैं. स्वदेश में विकसित 4जी नेटवर्क से अब भारत उन गिने-चुने देशों में शामिल हो गया है जो अपना दूरसंचार नेटवर्क बनाने में सक्षम हैं.
संक्षिप्त सामयिक घटनाचक्र
तमिलनाडु के करूर में एक रैली में भगदड़
तमिलनाडु के करूर में 26 सितम्बर को एक रैली में मची भगदड़ में कई लोगों की मौत हो गयी. यह रैली फिल्म अभिनेता कलाकार और राजनीतिक नेता विजय की तमिलागा वेत्री कड़गम पार्टी ने आयोजित की थी.
न्यूयॉर्क में ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की वार्षिक बैठक
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र के अवसर पर ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की वार्षिक बैठक आयोजित की गई. इस बैठक की अध्यक्षता भारत ने 2026 के लिए ब्रिक्स के भावी अध्यक्ष के रूप में की. ब्रिक्स विदेश मंत्रियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की.
पैरा विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में भारत ने कुल सात पदक जीते
दक्षिण कोरिया के ग्वांग्जू में संपन्न पैरा विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप 2025 में भारत ने कुल सात पदक जीते. महिलाओं की कंपाउंड व्यक्तिगत स्पर्धा में शीतल देवी और पुरुषों के वर्ग में तोमन कुमार ने स्वर्ण पदक अपने नाम किए. इस प्रतियोगिता में भारत ने कुल सात पदक जीते जिनमें तीन स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य पदक शामिल हैं.
स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह की 118वी जयंती
28 सितम्बर को क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह की 118वी जयंती थी. भगत सिंह का जन्म वर्ष 1907 में आज ही के दिन पंजाब के लायलपुर ज़िले के बंगा गाँव में हुआ था जो अब पाकिस्तान में है.
भारत सातवीं बार सैफ अंडर-17 फुटबॉल चैंपियनशिप जीता
भारत ने सातवीं बार सैफ अंडर-17 फुटबॉल चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया है. कोलंबो में 27 सितम्बर को खेले गए फाइनल में भारत ने पेनल्टी शूटआउट में बांग्लादेश को 4-1 से हराया. निर्धारित समय तक दोनों टीमें दो-दो गोल की बराबरी पर थी.
हिमांशी टोकस जूडो जूनियर विश्व रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर
हिमांशी टोकस जूडो जूनियर विश्व रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर पहुँचने वाली बनीं पहली भारतीय जूडो खिलाड़ी बन गई हैं. 20 वर्षीय हिमांशी ने जूनियर महिलाओं के 63 किग्रा भार वर्ग में विश्व की नंबर 1 रैंकिंग हासिल की.
पाक खाड़ी में भारत का पहला डुगोंग संरक्षण रिजर्व को मान्यता
अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) ने पाक खाड़ी में भारत के पहले डुगोंग संरक्षण रिजर्व को आधिकारिक तौर पर मान्यता दी है. तमिलनाडु में स्थित इस क्षेत्र में 12,250 हेक्टेयर से अधिक समुद्री घास के मैदान हैं, जो डुगोंग के भोजन के लिए महत्वपूर्ण हैं. डुगोंग एक ऐसी प्रजाति है जिसे IUCN रेड लिस्ट में ‘वल्नरेबल टू एक्सटिंक्शन’ के रूप में सूचीबद्ध किया गया है.
