भारत विश्व का पांचवां सबसे बड़ा विमानन बाजार बना
अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा परिवहन संघ (IATA) ने विश्व वायु परिवहन के बारे में 4 अगस्त को एक रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट में वर्ष 2024 के वैश्विक वायु परिवहन के आकड़े जारी किये गए हैं.
IATA रिपोर्ट के मुख्य बिन्दु
- भारत विश्व का पांचवां सबसे बड़े विमानन बाजार बन गया है. उसने जापान को पीछे छोड़ कर यह उपलब्धि हासिल की है.
- वर्ष 2024 में भारत में लगभग 21 करोड़ 10 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा की थी. इस दौरान मुंबई – दिल्ली भारत का सबसे व्यस्त रूट के हवाई अड्डे रहे.
- आंकडों के अनुसार वर्ष 2024 में भारत में हवाई यात्रा करने वालों की संख्या में, वर्ष 2023 की तुलना में, 11 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई.
- भारत, जापान से आगे रहा, जहां वर्ष 2024 में 20 करोड़ 50 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा की थी. जापान में हवाई यात्रा करने वालों की संख्या वर्ष 2023 की तुलना में, 18.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.
- अमरीका 87 करोड़ 60 लाख यात्रियों के साथ विश्व का सबसे बड़ा विमानन बाजार रहा. चीन 74 करोड़ 10 लाख यात्रियों के साथ दूसरे स्थान पर और ब्रिटेन 26 करोड़ 10 लाख यात्रियों के साथ तीसरे स्थान पर रहा जबकि, स्पेन 24 करोड़ 10 लाख यात्रियों के साथ चौथे स्थान पर रहा.
- इस संख्या में अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू, दोनों विमान यात्रा करने वाले सभी यात्री शामिल हैं.
- विश्व के दस सबसे व्यस्तम रूट के हवाई अड्डों में मुंबई-दिल्ली रूट, सातवें स्थान पर रहा जहां से वर्ष 2024 में 59 लाख लोगों ने हवाई यात्रा की थी.
- विश्व के व्यस्ततम हवाई अड्डों में सबसे आगे दक्षिण कोरिया का जेजू-सोल रूट रहा, जहां से वर्ष 2024 में 1 करोड़ 32 लाख लोगों ने यात्रा की थी.
अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा परिवहन संघ (IATA)
- अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा परिवहन संघ (International Air Transport Association) विश्व की एयरलाइनों का एक व्यापार संघ है. यह 1945 में स्थापित किया गया था.
- वर्तमान में IATA में 117 देशों की 290 से अधिक एयरलाइंस शामिल हैं, जो वैश्विक हवाई यातायात का 80 प्रतिशत से अधिक हैं.
- IATA का मुख्य उद्देश्य हवाई सेवाओं की सुरक्षा, संरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए सहयोग को बढ़ावा देना है.
- IATA हवाई अड्डों के लिए तीन अंकों वाला कोड प्रदान करता है, जिनका उपयोग हवाई यात्रा को मानकीकृत करने के लिए किया जाता है.