भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के लिए पहले स्वदेशी एयर कुशन व्हीकल यानी होवरक्राफ्ट के निर्माण की औपचारिक शुरुआत 30 जुलाई 2025 को गोवा के चौगुले शिपयार्ड में हुई.
ICG के लिए 6 होवरक्राफ्ट के निर्माण को लेकर 24 अक्तूबर 2024 को रक्षा मंत्रालय और चौगुले शिपयार्ड के बीच समझौता हुआ था.
चौगुले शिपयार्ड, चौगुले एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड का एक हिस्सा है. यह गोवा में स्थित एक प्रमुख जहाज निर्माण और मरम्मत यार्ड है.
चौगुले शिपयार्ड द्वारा किया जाने वाला होवरक्राफ्ट का डिजाइन ब्रिटेन के ग्रिफॉन होवरवर्क मॉडल पर आधारित है. लेकिन, इसे भारतीय जरूरतों के मुताबिक ढाला गया है. इन होवरक्राफ्ट्स के शामिल होने से तटरक्षक बल की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी.
होवरक्राफ्ट क्या है?
होवरक्राफ्ट एक ऐसा वाहन है जो हवा के कुशन पर मंडराते हुए चलता है, जिससे यह जमीन, पानी, या किसी भी सतह पर चल सकता है. इसे एयर-कुशन व्हीकल (ACV) भी कहा जाता है.
एक शक्तिशाली पंखा होवरक्राफ्ट के नीचे हवा फेंकता है, जिससे एक एयर कुशन बनता है. यह एयर कुशन वाहन को सतह से ऊपर उठाता है, जिससे घर्षण कम हो जाता है और यह आसानी से चल सकता है
होवरक्राफ्ट से समुद्र तट की सुरक्षा
होवरक्राफ्ट भारत के 7,500 किलोमीटर लंबे समुद्र तट की सुरक्षा के लिए कम करेंगे. ऐसे इलाके जो पारंपरिक जहाजों के लिए दुर्गम होते हैं, यह वहां भी आसानी से चलेंगे.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2025-08-01 22:48:032025-08-01 22:53:50भारतीय तटरक्षक बल के लिए पहला स्वदेशी होवरक्राफ्ट के निर्माण की शुरुआत