प्रधानमंत्री की यूनाइटेड किंगडम यात्रा, मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर

  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 23 से 24 जुलाई तक ब्रिटेन की यात्रा पर थे. वे ब्रिटेन और मालदीव की यात्रा के पहले चरण में वहाँ गए थे.
  • प्रधानमंत्री के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित प्रतिनिधिमंडल था.
  • इस यात्रा के दौरान उन्होंने सम्राट, किंग चार्ल्स तृतीय से सैंड्रिंघम एस्टेट में मुलाकात की.  सैंड्रिंघम एस्टेट इंग्लैंड के सैंड्रिंघम पल्ली में स्थित चार्ल्स तृतीय का शाही निवास है.

भारत और ब्रिटेन प्रतिनिधिमंडल वार्ता

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ 24 जुलाई को ब्रिटेन के चेकर्स (Chequers) में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई. चेकर्स, लंदन के पास यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री का कंट्री हाउस है.
  • वार्ता में दोनों पक्षों ने भारत-यूके विज़न 2035 दस्तावेज़ को अपनाया. इस दस्तावेज़ में दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत और गहन बनाने के लिए अगले 10 वर्षों का रोडमैप तैयार किया गया है.
  • इस यात्रा के दौरान, भारत के केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) ने ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए. इसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक अपराध और गंभीर धोखाधड़ी से निपटना है.

भारत और ब्रिटेन में मुक्त व्यापार समझौते (FTA)

  • प्रतिनिधिमंडल स्तर की हुई वार्ता दोनों देशों ने ऐतिहासिक आर्थिक और व्यापार समझौता (CETA) पर हस्ताक्षर किए. यह दो देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) है.
  • समझौते पर भारत की ओर से वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन के व्यापार सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्स ने हस्ताक्षर किए.
  • CETA को लागू करने से पहले, भारत सरकार के मंत्रिमंडल और ब्रिटेन की संसद का अनुमोदन करना होगा.

भारत और ब्रिटेन में FTA का संक्षिप्त घटनाक्रम

  • भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार वार्ता वर्ष 2020 में, यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने के बाद शुरू हुई थी. उस समय बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे.
  • 2024 में ब्रिटेन में कीर स्टारमर की लेबर पार्टी की सरकार के सत्ता में आने के बाद वार्ता को फिर से शुरू किया गया. इस बीच दोनों देशों के बीच कई दौर की वार्ता हुई थी.
  • 6 मई 2025 को दोनों देशों ने व्यापार वार्ता के सफल समापन की घोषणा की थी.

CETA से भारत को लाभ

  • दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को 2024-25 में वर्तमान 23.17 अरब डॉलर से बढ़ाकर 2030 तक 120 अरब डॉलर करने का लक्ष्य रखा है.
  • 2024-25 में भारत का ब्रिटेन को निर्यात 14.55 अरब डॉलर और ब्रिटेन से आयात 8,607 अरब डॉलर था.
  • इस समझौते से भारत को लगभग 99 प्रतिशत उत्‍पाद श्रेणियों पर शुल्‍क से छूट मिलेगी.
  • चमड़ा, कपड़ा, जूते, खेल के सामान, खिलौने, समुद्री उत्पाद और रत्न एवं आभूषण, इंजीनियरिंग सामान, ऑटो कंपोनेंट और कार्बनिक रसायन जैसे भारतीय उत्पाद के ब्रिटेन के बाजार तक बेहतर पहुँच होगी.
  • भारतीय पेशेवरों, शिक्षा, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों के लिए ब्रिटेन के बाज़ार खुलेंगे. डेयरी क्षेत्र, सेब और जई को टैरिफ रियायतों से बाहर रखा गया है.
  • ब्रिटेन में कार्यरत भारतीय श्रमिकों और उनके नियोक्ताओं को तीन वर्षों के लिए ब्रिटेन की सामाजिक सुरक्षा प्रणाली में अंशदान करने से छूट मिलेगा. भारत में काम करने वाले ब्रिटेन के नागरिकों को भी इसी प्रकार के लाभ प्राप्त होंगे.
  • भारतीय कंपनियाँ, ब्रिटेन की कंपनी के साथ साझेदारी में, ब्रिटेन में सरकारी अनुबंधों के लिए बोली प्रक्रिया में भाग ले सकती हैं. ब्रिटेन की कंपनी को भारतीय सरकारी अनुबंधों के लिए भी यह सुविधा  उपलब्ध होगी.

यूनाइटेड किंगडम: एक दृष्टि

  • ऐतिहासिक रूप से, इंग्लैंड एक संप्रभु राष्ट्र रहा है. 1536 में, वेल्स साम्राज्य के विलय के बाद इंग्लैंड और वेल्स साम्राज्य की स्थापना हुई.
  • 1707 में इंग्लैंड और वेल्स के साथ स्कॉटलैंड का विलय हुआ. इसका नाम बदलकर ग्रेट ब्रिटेन कर दिया गया.
  • 1801 में आयरलैंड ग्रेट ब्रिटेन में शामिल हो गया. इसे ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड का यूनाइटेड किंगडम कहा गया.
  • 1922 में आयरलैंड, प्रोटेस्टेंट ईसाई बहुल उत्तरी आयरलैंड और कैथोलिक ईसाई बहुल दक्षिणी आयरलैंड में विभाजित हो गया. दक्षिणी आयरलैंड, जिसे अब आयरलैंड कहा जाता है, एक स्वतंत्र देश बना.

यूनाइटेड किंगडम, इंग्लैंड और ब्रिटेन में अंतर

  • ग्रेट ब्रिटेन एक भौगोलिक शब्द है. यह ग्रेट ब्रिटेन (या ब्रिटेन) द्वीप को संदर्भित करता है. ग्रेट ब्रिटेन द्वीप तीन देशों (इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स) से मिलकर बना है.
  • यूनाइटेड किंगडम एक राजनीतिक शब्द है. यह एक स्वतंत्र देश है जिसमें पूरे ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड शामिल हैं.
  • यूनाइटेड किंगडम का आधिकारिक नाम ”ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड का यूनाइटेड किंगडम” है. इसमें चार देश शामिल हैं: इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड.