दिव्या देशमुख फिडे महिला शतरंज विश्वकप जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी

  • दिव्या देशमुख फिडे महिला शतरंज विश्वकप (FIDE Women’s World Cup) जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं.
  • फिडे महिला शतरंज विश्व कप 2025, जॉर्जिया के बटुमी शहर में 6 से 28 जुलाई 2025 तक आयोजित किया गया था.
  • इस प्रतियोगिता में 28 जुलाई को दिव्‍या ने भारत की ही कोनेरू हम्पी को टाईब्रेक में हराया. मैच के दूसरे टाईब्रेक में दिव्या 1.5 के मुकाबले 2.5 अंक से विजयी रहीं.
  • फाइनल की दोनों बाजी ड्रॉ होने के बाद पहला टाईब्रेक भी ड्रॉ रहा था. लेकिन दूसरे टाईब्रेक के रैपिड मैच में काले मोहरों के साथ खेलते हुए, दिव्या ने कोनेरू हम्पी को हराया.
  • इस जीत के साथ, दिव्या को 50,000 डॉलर, और हम्पी को 35,000 डॉलर की पुरस्कार राशि मिली.

महिला कैंडिडेट 2026 प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई

  • फीडे महिला शतरंज विश्व कप 2025 के शीर्ष तीन खिलाड़ियों ने 2026 में होने वाले फिडे महिला कैंडिडेट प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई किया है.
  • इसके तीन शीर्ष खिलाड़ी – ग्रैंडमास्टर दिव्या देशमुख, ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी और पूर्व चीनी विश्व चैंपियन तान झोंगयी ने 2026 फीडे महिला कैंडिडेट प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई किया है.

दिव्या देशमुख भारत की 88वीं ग्रैंडमास्टर

  • इस जीत के साथ, दिव्या देशमुख भारत की 88वीं ग्रैंडमास्टर बन गईं हैं. वह चौथी भारतीय महिला ग्रैंडमास्टर बन गई हैं.
  • भारत की पहली ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी (2002) हैं. हरिका द्रोणावल्ली (2011) दूसरी और आर वैशाली (2023) तीसरी भारतीय महिला ग्रैंडमास्टर हैं.
  • विश्वनाथन आनंद,1988 में ग्रैंडमास्टर का मानदंड हासिल करने वाले पहले भारतीय थे.

ग्रैंडमास्टर (Grandmaster) क्या होता है?

  • ग्रैंडमास्टर, विश्व चैंपियन के बाद शतरंज का सर्वोच्च सम्मान है. यह अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) द्वारा प्रदान किया जाता है.
  • ग्रैंडमास्टर बनने के लिए, किसी खिलाड़ी को FIDE द्वारा निर्धारित रेटिंग और मानदंडों को पूरा करना होता है, जिसमें 2500 की FIDE रेटिंग और तीन ग्रैंडमास्टर मानदंड शामिल हैं.