IRCTC और IRFC को नवरत्न का दर्जा दिया गया
- भारत सरकार ने इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IRCTC) और भारतीय रेलवे वित्त निगम (IRFC) को नवरत्न का दर्जा दिया है.
- सरकार ने 3 मार्च IRCTC और IRFC को नवरत्न सेंट्रल पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेज में अपग्रेड किया. IRCTC 25वीं और IRFC 26वीं नवरत्न कंपनी बन गई है. ये दोनों कॉम्पनियों को पहले मिनी रत्न का दर्जा प्राप्त था.
- नवरत्न का दर्जा मिलने से इन दोनों रेलवे सेक्टर से जुड़ी कंपनियों को ज्यादा वित्तीय स्वायत्तता मिलेगी. अब ये कंपनियां सरकार की मंजूरी के बिना 1,000 करोड़ रुपए तक का निवेश कर पाएंगी.
नवरत्न का दर्जा
भारत सरकार, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (CPSE) को महारत्न, नवरत्न और मिनीरत्न में वर्गीकृत करती है.
- महारत्न: नवरत्न कंपनियों को ही महारत्न का दर्जा दिया जाता है. इसके लिए पिछले तीन सालों का औसतन टर्नओवर 25 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा होना चाहिए और औसत प्रॉफिट 2500 करोड़ रुपए होना जरूरी है. इन कंपनियों का वैश्विक उपस्थिति होना भी जरूरी है.
- नवरत्न: मिनिरत्न कंपनियों को ही अपग्रेडेशन के आधार पर नवरत्न का दर्जा मिलता है. इन कंपनियों को पिछले पांच वर्षों में से तीन वर्षों में ‘उत्कृष्ट’ या ‘बहुत अच्छा’ की समझौता ज्ञापन रेटिंग प्राप्त हो. परफॉर्मेंस इंडिकेटर्स पर कम से कम 60 अंक होने चाहिए.
- मिनिरत्न: इन कंपनियों को नवरत्न और महारत्न कंपनियों से छोटी माना जाता है. मिनीरत्न के रूप में वर्गीकृत होने के मानदंड भारत में डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक एंटरप्राइज (डीपीई) द्वारा निर्धारित किए जाते है. लगातार 3 सालों तक 30 करोड़ रुपए से अधिक लाभ दर्ज करने पर यह दर्जा मिल सकता है.
IRFC और IRCTC
- भारतीय रेलवे वित्त निगम (IRFC) भारतीय रेलवे के लिए वित्त पोषण करता है. इसकी स्थापना दिसंबर, 1986 में हुई थी. यह भारत सरकार के रेल मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में आता है.
- भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (IRCTC) रेलवे की खानपान, पर्यटन, और ऑनलाइन टिकटिंग सेवाएं संभालता है. आईआरसीटीसी की स्थापना 27 सितंबर, 1999 को हुई थी. यह रेल मंत्रालय के अंतर्गत आता है.
- केंद्रीय रेल मंत्रालय में 12 सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम (CPSE) हैं. इन 12 में से 7 CPSE – कॉनकॉर, आरवीएनएल, इरकॉन, राइट्स, रेलटेल, आईआरएफसी और आईआरसीटीसी को नवरत्न का दर्जा प्राप्त है. नवरत्न का दर्जा पाने वाली पहली रेलवे CPSE 2014 में कॉनकॉर थी.
नवरत्न का दर्जा प्राप्त सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम (CPSE)
- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड
- कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
- इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड
- महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड
- नेशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड
- राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम लिमिटेड
- नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- एनएमडीसी लिमिटेड
- राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड
- शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
- रेल विकास निगम लिमिटेड
- ओएनजीसी विदेश लिमिटेड
- राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड
- इरकॉन
- संस्कार
- नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड
- केंद्रीय भंडारण निगम
- आवास एवं शहरी विकास निगम लिमिटेड
- भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड
- मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड
- रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
- भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसईसीआई) लिमिटेड
- एनएचपीसी लिमिटेड
- एसजेवीएन लिमिटेड
- आईआरसीटीसी
- आईआरएफसी