दक्षिण तटीय रेलवे जोन के निर्माण को मंजूरी
- केंद्रीय कैबिनेट ने भारतीय रेलवे के अंतर्गत विशाखापत्तनम में एक नए रेलवे जोन के निर्माण को मंजूरी दी है. इस रेलवे जोन का नाम दक्षिण तटीय रेलवे (South Coast Railway) होगा. यह रेलवे का 18वां जोन होगा.
- यह फैसला आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के तहत लिया गया है. इस जोन से रेलवे का कामकाज सुधरेगा. सेवाएं बेहतर होंगी और क्षेत्रीय संपर्क मजबूत होगा.
- दक्षिण तटीय रेलवे जोन के साथ ही पूर्वी तटीय रेलवे के तहत एक नया रेलवे डिवीजन, रायगढ़ा रेलवे डिवीजन भी बनाया गया है. रायगढ़ा डिवीजन बनने से ओडिशा और आंध्र प्रदेश के बीच रेल संपर्क बेहतर होगा.
- वाल्टेयर डिवीजन का नाम बदलकर अब विशाखापत्तनम रेलवे डिवीजन कर दिया गया है. यह नाम औपनिवेशिक काल का था.
- इस जोन के बनने से नई रेलवे लाइन बिछाने में तेजी आएगी. नौकरियों के नए अवसर पैदा होंगे. व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा. यात्रियों को बेहतर और आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी.
रेलवे के जोन: एक दृष्टि
इस समय भारतीय रेलवे में 17 जोन और 68 डिवीजन हैं. दक्षिण तटीय रेलवे जोन के बनने के बाद जोनों की संख्या 18 हो जाएगी.
- मध्य रेलवे (मुंबई, भुसावल, नागपुर, सोलापुर, पुणे)
- पूर्व रेलवे (आसनसोल, हावड़ा, सियालदह, मालदह)
- पूर्व मध्य रेलवे (सोनपुर, समस्तीपुर, दानापुर, धनबाद और मुगलसराय)
- पूर्वी तट रेलवे (खुर्दा रोड, संबलपुर, वाल्टेयर)
- उत्तर रेलवे (अंबाला, दिल्ली, लखनऊ, मोरादाबाद, फिरोजपुर)
- उत्तर मध्य रेलवे (प्रयागराज, आगरा, झांसी)
- पूर्वोत्तर रेलवे (लखनऊ, इज्जतनगर, वाराणसी)
- पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (अलीपुरद्वार, कटिहार, लमडिंग, रंगिया, तिनसुकिया)
- उत्तर पश्चिम रेलवे (अजमेर, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर)
- दक्षिण रेलवे (चेन्नई, मदुरै, पलक्कड़, तिरुचिरापल्ली, तिरुवनंतपुरम, सेलम)
- दक्षिण मध्य रेलवे (गुंटकल, गुंटूर, हैदराबाद, नांदेड़, सिकंदराबाद, विजयवाड़ा)
- दक्षिण पूर्व रेलवे (आद्रा, चक्रधरपुर, खड़गपुर, रांची)
- दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (रायपुर, नागपुर, बिलासपुर)
- दक्षिण पश्चिम रेलवे (बेंगलुरु, हुबली, मैसूरु)
- पश्चिम रेलवे (मुंबई, बड़ौदा, रतलाम, अहमदाबाद, राजकोट, भावनगर)
- पश्चिम मध्य रेलवे (भोपाल, जबलपुर, कोटा)
- मेट्रो रेलवे कोलकाता
- दक्षिण तटीय रेलवे जोन (SCoR)
दक्षिण तटीय रेलवे जोन (SCoR) में शामिल प्रमुख डिवीजन
- विजयवाड़ा डिवीजन (दक्षिण मध्य रेलवे से)
- गुंटूर डिवीजन (दक्षिण मध्य रेलवे से)
- विशाखापत्तनम डिवीजन (पूर्व वाल्टेयर डिवीजन का हिस्सा)