काशी तमिल संगमम (Kashi Tamil Sangamam) का तीसरा संस्करण 15 से 24 फ़रवरी तक उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आयोजित किया गया था. इसका आयोजन शिक्षा मंत्रालय द्वारा विभिन्न मंत्रालयों एवं उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से किया गया था.
इस प्रतिष्ठित सांस्कृतिक समारोह का उद्धाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री डॉ एल. मुरूगन और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था.
यह तमिलनाडु और काशी के बीच सांस्कृतिक और बौद्धिक संबंधों को प्रोत्साहित करने की एक पहल है.
काशी तमिल संगमम का उद्देश्य दोनों क्षेत्रों के विद्वानों, छात्रों, दार्शनिकों, व्यापारियों, कलाकारों को साथ लाने और एक-दूसरे के अनुभव से सीखने का अवसर प्रदान करना था.
इस वर्ष के आयोजन का मुख्य विषय स्वास्थ्य, दर्शन, विज्ञान, शास्त्रीय तमिल साहित्य और राष्ट्र की सांस्कृतिक एकता में ऋषि अगस्त्य के महत्वपूर्ण योगदान को उजागर करना था.
ऋषि असत्य को दक्षिण भारत में तमिल भाषा के पहले व्याकरणविद के रूप में सम्मानित किया जाता है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2025-02-24 20:36:352025-02-24 20:36:35काशी तमिल संगमम का तीसरा संस्करण वाराणसी में आयोजित किया गया