भारत में ‘जेनरेशन बीटा’ के पहले बच्चे का जन्म मिजोरम में हुआ

भारत में ‘जेनरेशन बीटा’ के पहले बच्चे का जन्म मिजोरम में हुआ है. बच्चे का नाम फ्रेंकी रखा गया है और उसके पिता का नाम जेड्डी रेमरुअत्संगा और मां का नाम रामजिरमावी है. बच्चे का जन्म 1 जनवरी 2025 को रात के 12:03 में हुआ.

जेनरेशन बीटा क्या

साल 2025 से 2039 के बीच पैदा हुए बच्चे को जनरेशन बीटा कहा जाएगा. जेनरेशन बीटा उस पीढ़ी को कहा गया है, जो इंटरनेट से जुड़ी तमाम सुविधाओं के बीच पैदा हुई है और जिनके लिए हर सुविधा महज एक क्लिक की दूरी पर ही है. जेनरेशन बीटा शब्द मार्क मैक्रिंडल ने गढ़ा है, जो समाजविज्ञानी हैं.

अन्य जेनरेशन

  • ग्रेटेस्ट जेनरेशन: 1901 से 1924 के दौर में पैदा हुई पीढ़ी को ग्रेटेस्ट जेनरेशन कहा गया था क्योंकि इन लोगों ने महामंदी और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपना जीवनयापन किया था.
  • साइलेंट जेरनेशन: साइलेंट जेरनेशन की अवधि 1925 से 1945 तक मानी गई थी. महामंदी और दूसरे विश्व युद्ध के परिणामों के चलते इस पीढ़ी को यह नाम मिला था.
  • बेबी बूमर: 1946 से 1964 के बीच के जेनरेशन को बेबी बूमर कहा गया था. माना जाता है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद पूरी दुनिया में ही बड़े पैमाने पर आबादी में इजाफा हुआ था.
  • जेनरेशन एक्स: 1965 से 1980 तक के पैदा हुए लोगों को जेनरेशन एक्स (या सैंडविच जनरेशन) कहा गया था. इस पीढ़ी के दौर में ही इंटरनेट की शुरुआत हुई और इन्होंने खुद को तेजी से बदला था.
  • जेनरेशन वाई: 1981 से 1996 तक जेनरेशन वाई (या मिलेनियल्स) थी, इस पीढ़ी के लोगों के बारे में माना जाता है कि इन्होंने तकनीक के साथ खुद को तेजी से बदला और हर चीज से अपडेट होते रहे.
  • जेनरेशन जेड: यह वह जेनरेशन है, जिनका जन्म 1996 से लेकर 2012 के बीच हुआ है. इस जेनरेशन के समय में ही सोशल मीडिया और वीडियो गेम्स ने अधिक पैर फैलाए हैं.
  • ‘जेनरेशन अल्फा: 2013 से 2024 तक पैदा हुए बच्चों को जेनरेशन अल्फा कहा जाता है.
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