प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में नाड़ी तरंगिनी उपकरण का उल्लेख किया था और इसकी प्रशंसा की थी. इसके बाद यह उपकरण चर्चा में आ गया था.
‘नाड़ी तरंगिणी’ आयुर्वेदिक पल्स डायग्नोस्टिक उपकरण है जिसे पुणे के हिंजेवाड़ी की आत्रेय इनोवेशन्स कंपनी ने बनाया है.
यह उपकरण भारत का पहला आयुर्वेदिक चिकित्सा उपकरण है जिसे CDSCO (सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन) से मंजूरी मिली है. CDSCO देश में सौंदर्य प्रसाधन, दवाओं और चिकित्सा उपकरणों के लिए राष्ट्रीय नियामक है.
नाड़ी तरंगिणी को डॉ. अनिरुद्ध जोशी ने IIT बॉम्बे में छह साल से अधिक समय तक शोध के बाद विकसित किया है.
नाड़ी तरंगिणी से नाड़ी की जांच करने पर 22 आयुर्वेदिक मानकों वाली 10 पेज की रिपोर्ट मिलती है. नाड़ी तरंगिणी की एक्यूरेसी लगभग 85 फीसदी है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2025-01-08 17:50:172025-01-10 18:08:14नाड़ी तरंगिनी- CDSCO से मंजूरी प्राप्त करने वाला भारत का पहला आयुर्वेदिक चिकित्सा उपकरण