भारतीय रेलवे ने विश्व का सबसे शक्तिशाली हाइड्रोजन फ्यूल ट्रेन इंजन बनाया

  • भारतीय रेलवे ने विश्व का सबसे शक्तिशाली (हॉर्सपावर) हाइड्रोजन फ्यूल ट्रेन इंजन बनाया है. इसकी जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में दी थी.
  • भारतीय रेलवे द्वारा विकसित हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाले ट्रेन इंजन में दुनिया का सबसे अधिक हॉर्सपावर वाला है. ऐसी पहली ट्रेन हरियाणा के जींद-सोनीपत मार्ग पर जल्द ही परीक्षण के लिए चलेगी.
  • वर्तमान में दुनिया में केवल चार देश (जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन और चीन) ऐसे ट्रेन इंजनों का निर्माण करते हैं. ये इंजन 500 से 600 हॉर्सपावर शक्तिशाली हैं.
  • भारतीय रेलवे द्वारा स्वदेशी तकनीक का उपयोग करके निर्मित इंजन 1,200 हॉर्सपावर के हैं. इस श्रेणी में अब तक की सबसे अधिक शक्तिशाली है.

हरित हाइड्रोजन (ग्रीन हाइड्रोजन): एक दृष्टि

  • हरित हाइड्रोजन (GH2) नवीकरणीय ऊर्जा का एक रूप है. इस ईंधन को अक्सर भविष्य का ईंधन  कहा जाता है.
  • हरित हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए सबसे आम उत्पादन विधि जल इलेक्ट्रोलिसिस है, जिसमें नवीकरणीय स्रोत वाली बिजली (सूर्य, हवा, जल विद्युत आदि) का उपयोग करके ऑक्सीजन और हाइड्रोजन अणुओं को अलग किया जाता है. इस प्रक्रिया में वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन नहीं होता.
  • हरित हाइड्रोजन का उपयोग ईंधन सेल के उत्पादन के लिए किया जाता है जिससे परिवहन के लिए इस्तेमाल होने वाले गाड़ियों आदि में किया जाता है. हाइड्रोजन से चलने वाली गाडियाँ जीवाश्म ईंधन (पेट्रोल, डीजल, गैस) से चलने वाले गाड़ियों की तुलना में लगभग नगण्य प्रदूषण पैदा करते हैं.
  • भारत सरकार ने देश में हरित हाइड्रोजन उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए 4 जनवरी 2023 को राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन शुरू किया है.
  • मिशन का लक्ष्य 2030 तक देश में 5 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष हरित हाइड्रोजन उत्पादन क्षमता विकसित करना है.
  • मिशन की अवधि 2023-24 से 2029-2030 तक है और मिशन पर कुल परिव्यय 19,744 करोड़ रुपये है.
लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉