31 अक्टूबर: सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती, राष्ट्रीय एकता दिवस

प्रत्येक वर्ष 31 अक्टूबर को लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती (Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti) मनाई जाती है.

इस वर्ष यानी 2024 में उनकी 149वीं जयंती मनाई गयी. सरकार ने 2024 से 2026 तक दो वर्षीय राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के साथ सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मनाए जाने का निर्णय लिया है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्तूबर को सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर गुजरात के एकता नगर में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पर राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में भागीदारी की. उन्होंने सरदार पटेल की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित किया.

राष्ट्रीय एकता दिवस

वर्ष 2014 से सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ (National Unity Day) के तौर पर मनाया जाता है. देश में राष्ट्रीय एकता की भावना का संचार करने के उद्देश्य से इस दिन ‘रन फॉर यूनिटी दौड़’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है.

सरदार वल्‍लभ भाई पटेल: संक्षिप्त परिचय

सरदार वल्‍लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्‍तूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड में हुआ था. वह भारत के लौह पुरूष के रूप में जाने जाते हैं. उन्‍होंने भारत के साथ पांच सौ से अधिक रजवाड़ों का विलय कराया था. 12 अक्‍तूबर 1947 को दशहरे के अवसर पर सरदार पटेल ने अखंड भारत की अवधारणा का आह्वान किया था.

सरदार पटेल ने भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री के रूप में सेवा की और गृहमंत्री भी रहे. वे भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता थे. भारत गणराज्‍य के एक संस्‍थापक के रूप में पटेल ने देश की आजादी के लिए संघर्ष में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई.

गु़जरात के नर्मदा किनारे केवाडिया में सरदार पटेल की प्रतिमा ‘स्‍टैच्‍यू ऑफ यूनिटी’ है. यह प्रतिमा 182 मीटर ऊंची है, जो कि दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है.

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