मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की भारत यात्रा
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू 6-10 अक्तूबर तक भारत की यात्रा पर थे. डॉ. मुइज्जू की यह पहली द्विपक्षीय भारत यात्रा थी. इससे पहले वे जून 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे.
मुख्य बिन्दु
- श्री मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आपसी हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की.
- प्रधान मंत्री मोदी ने अपनी ‘पड़ोसी पहले’ नीति और विजन सागर के तहत मालदीव को विकसित करने में मदद करने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई.
- दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से मालदीव में भारत द्वारा वित्तपोषित कई परियोजनाओं का शुभारंभ/उद्घाटन किया.
- दोनों नेताओं ने मालदीव में नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा विकसित रुपे कार्ड का शुभारंभ किया.
- भारतीय रिज़र्व बैंक, मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण (मालदीव का केन्द्रीय बैंक) को $400 मिलियन की मुद्रा विनिमय सुविधा प्रदान करेगा. इससे मालदिव को अपने विदेशी ऋण का प्रबंधन करने में मदद मिलेगी.
- माले बंदरगाह पर भीड़ कम करने के लिए भारत मालदीव को थिलाफुशी द्वीप पर एक आधुनिक वाणिज्यिक बंदरगाह विकसित करने में मदद करेगा.
- भारत मालदिव के अड्डू शहर में एक नया वाणिज्य दूतावास स्थापित करेगा और मालदीव बेंगलुरु में अपना वाणिज्य दूतावास खोलेगा.
- भारत ने मालदीव को अपने विदेशी ऋण और सुकुक ऋण पर चूक से बचने में मदद करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है.
- सुकुक ऋण इस्लामी शरिया कानून के अनुसार जारी किया गया एक बांड है और इसमें ब्याज दरें नहीं होती हैं.
- मालदीव का विदेशी ऋण उसके सकल घरेलू उत्पाद का 110% होने का अनुमान है. चीन और भारत मालदीव के शीर्ष दो ऋणदाता हैं.
- मालदीव, भारत की दक्खिन पच्छिम ओर हिन्द महासागर में स्थित एक द्वीप देश है. मालदीव गणराज्य की राजधानी और सबसे बड़ा शहर माले है.