भारतीय जिमनास्ट दीपा करमाकर ने खेल से संन्यास ले लिया
भारतीय जिमनास्ट दीपा करमाकर ने 7 अक्टूबर को पेशेवर प्रतिस्पर्धा से आधिकारिक रूप से संन्यास लेने की घोषणा की. वह ओलंपिक खेलों में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट हैं.
मुख्य बिन्दु
- अगरतला की रहने वाली दीपा ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट हैं. उसने 2016 रियो ओलंपिक में वॉल्ट स्पर्धा में पदक जीतने से चूक गईं थीं.
- दीपा कर्माकर अंतरराष्ट्रीय जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय हैं. उन्होंने मेर्सिन, तुर्किये में आयोजित 2018 आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक विश्व कप में महिलाओं की वॉल्ट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था.
- वह राष्ट्रमंडल खेलों में जिम्नास्टिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं. उन्होंने 2014 ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता था.
- 2018 में, उन्होंने जर्मनी के कॉटबस में आयोजित विश्व कप में कांस्य पदक भी जीता था.
- दीपा ने ताशकंद, उज्बेकिस्तान में आयोजित 2024 एशियाई महिला कलात्मक जिमनास्टिक चैंपियनशिप में वॉल्ट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता. वह इस परतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय हैं.
- दीपा कर्माकर को 2017 में भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार, पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. उन्हें 2015 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
- 2016 में, उन्हें देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार, राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (नया नाम: मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार) से सम्मानित किया गया था.