मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा
दिग्गज फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को 54वें दादा साहब फाल्के पुरस्कार (54th Dadasaheb Phalke Award) से सम्मानित किया जाएगा. उन्हें वर्ष 2022 का दादा साहब फाल्के सम्मान से सम्मानित किया जाएगा. उन्हें यह पुरस्कार 8 अक्तूबर 2024 को 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड समारोह के दौरान दिया जाएगा.
मिथुन चक्रवर्ती: मुख्य बिन्दु
- कोलकाता में जन्में मिथुन पेशे से एक्टर, प्रोड्यूसर और पॉलिटिशियन हैं. मिथुन ने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्म दिए हैं. इनमें हिंदी, बंगाली, तमिल, भोजपुरी, तेलुगू, कन्नड़, पंजाबी मूवीज शामिल हैं.
- मिथन ने साल 1977 में फिल्म ‘मृगया’ से एक्टिंग की शुरुआत की थी. पहली ही फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला था.
- मिथुन ने ‘हमसे बढ़कर कौन’, ‘शानदार’, ‘त्रिनेत्र’, ‘अग्निपथ’, ‘हम से है जमाना’, ‘तहादेर कथा’, ‘स्वामी विवेकानंद’, ‘वो जो हसीना’, ‘ऐलान’, ‘जोर लगा के…हैय्या’, ‘चल चलें’, ‘डिस्को डांसर’, ‘टैक्सी चोर’, ‘द कश्मीर फाइल्स’ जैसी 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है.
- अपने करियर में उम्दा परफॉर्मेंस के लिए मिथुन को 3 बार नेशनल अवॉर्ड (फिल्म मृगया, तहादेर कथा, स्वामी विवेकानंद) मिला है.
- मिथुन चक्रवर्ती पद्म भूषण से भी सम्मानित हैं. साल 1989 में उनकी बतौर लीड एक्टर 19 फिल्में रिलीज हुई थीं. लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में उनका नाम दर्ज है.
दादा साहब फाल्के पुरस्कार: एक दृष्टि
- दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है.
- यह भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है, जो भारतीय सिनेमा के विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जाता है.
- यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा के जनक धुंदीराज गोविंद फाल्के (दादा साहब फाल्के) के नाम पर दिया जाता है.
- इस पुरस्कार का प्रारम्भ दादा साहब फाल्के के जन्म शताब्दि-वर्ष 1969 में हुआ था. फाल्के ने 1913 में इंडिया की पहली फीचर फिल्म ‘राजा हरिशचंद्र’ का निर्देशन किया था.
- पहली बार यह सम्मान 1969 में 17वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार समारोह में अभिनेत्री देविका रानी को प्रदान किया गया था.
- अब तक 53 बार ये पुरस्कार दिया जा चुका है. मिथुन चक्रवर्ती को 54वें दादा साहब फाल्के सम्मान से सम्मानित किया जाएगा. 54वां दादा साहब फाल्के सम्मान वहीदा रहमान को (वर्ष 2021 के लिए) दिया गया था.
- इस पुरस्कार में 10 लाख रुपये और स्वर्ण कमल दिये जाते हैं.
दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता: एक दृष्टि
मिथुन चक्रवर्ती | 2022 |
वहीदा रहमान | 2021 |
आशा पारेख | 2020 |
रजनीकांत | 2019 |
अमिताभ बच्चन | 2018 |
विनोद खन्ना | 2017 |
कासीनथुनी विश्वनाथ | 2016 |
मनोज कुमार | 2015 |
शशि कपूर | 2014 |
गुलज़ार | 2013 |
प्राण | 2012 |
सौमित्र चटर्जी | 2011 |
के बालाचंदर | 2010 |
डी रामानायडू | 2009 |
वीके मूर्ति | 2008 |
मन्ना डे | 2007 |
तपन सिन्हा | 2006 |
श्याम बेनेगल | 2005 |
अदूर गोपालकृष्णन | 2004 |
मृणाल सेन | 2003 |
देव आनंद | 2002 |
यश चोपड़ा | 2001 |
आशा भोंसले | 2000 |
हृषिकेश मुखर्जी | 1999 |
बीआर चोपड़ा | 1998 |
कवि प्रदीप | 1997 |
शिवाजी गणेशन | 1996 |
राजकुमार | 1995 |
दिलीप कुमार | 1994 |
मजरूह सुल्तानपुरी | 1993 |
भूपेन हजारिका | 1992 |
भालजी पेंढारकर | 1991 |
अक्किनेनी नागेश्वर राव | 1990 |
लता मंगेशकर | 1989 |
अशोक कुमार | 1988 |
राज कपूर | 1987 |
बी नागी रेड्डी | 1986 |
वी शांताराम | 1985 |
सत्यजीत रे | 1984 |
दुर्गा खोटे | 1983 |
एलवी प्रसाद | 1982 |
नौशाद | 1981 |
पैदी जयराज | 1980 |
सोहराब मोदी | 1979 |
रायचंद बोराल | 1978 |
नितिन बोस | 1977 |
कानन देवी | 1976 |
धीरेंद्र नाथ गांगुली | 1975 |
बोम्मीरेड्डी नरसिम्हा रेड्डी | 1974 |
रूबी मायर्स (सुलोचना के नाम से प्रसिद्ध) | 1973 |
पंकज मलिक | 1972 |
पृथ्वीराज कपूर | 1971 |
बीरेंद्रनाथ सरकार | 1970 |
देविका रानी | 1969 |