अनुरा कुमारा दिसानायके ने श्रीलंका के 9वें राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला
श्रीलंका के वामपंथी नेता अनुरा कुमार दिसानायके ने 23 अगस्त को देश के 9वें राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला. श्रीलंका के मुख्य न्यायाधीश ने दिसानायके को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई.
श्रीलंका राष्ट्रपति चुनाव: मुख्य बिन्दु
- श्रीलंका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए 21 सितम्बर को मतदान हुआ था. 22 सितम्बर को हुए मतगणना के बाद श्रीलंका के चुनाव आयोग ने दिसानायके की जीत की घोषणा की थी.
- अनुरा कुमारा दिसानायके ने श्रीलंका के राष्ट्रपति के रूप में रानिल विक्रमसिंघे की जगह ली, जो राष्ट्रपति चुनाव में केवल 17% वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे.
- दिसानायके को 57,40,179 वोट मिले, जबकि प्रमुख विपक्षी सजिथ प्रेमदासा को 45,30,902 वोट मिले.
- नतीजों के लिए निर्वाचन आयोग को दूसरे दौर की मतगणना करानी पड़ी थी, क्योंकि पहले दौर में किसी उम्मीदवार को जीत के लिए जरूरी 50 फीसदी वोट नहीं मिले थे.
- आर्थिक संकट और आम जनता के व्यापक विरोध के कारण के कारण 2022 में तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को इस्तीफा देकर विदेश भाग गए थे. उस समय रानिल विक्रमसिंघे को एक परिवर्तनीय सरकार का नेतृत्व करने के लिए श्रीलंका के राष्ट्रपति के रूप में नियुक्त किया गया था.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुरा दिशानायके को बधाई दी है. श्री मोदी ने कहा कि भारत की ‘पड़ोस प्रथम’ नीति और ‘सागर विजन’ में श्रीलंका का विशेष स्थान है.
अनुरा कुमारा डिसनायके: एक दृष्टि
- अनुरा कुमारा डिसनायके जनता विमुक्ति पेरामुना (JVP) के नेता हैं. इस चुनाव में JVP नेशनल पीपल पावर (NPP) गठबंधन के सदस्य थे.
- JVP एक कट्टरपंथी मार्क्सवादी समूह है जिसने 1987 से 1989 तक श्रीलंकाई सरकार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह का नेतृत्व किया था जिसमें हजारों सरकारी अधिकारी और नागरिक मारे गए थे.
श्रीलंका: एक दृष्टि
- श्रीलंका, हिंद महासागर में एक द्वीप देश है जो भौगोलिक रूप से दक्षिण एशिया का हिस्सा है. मन्नार की खाड़ी और पाक जलडमरूमध्य इसे भारत से अलग करता है.
- श्रीलंका का प्राचीन नाम सीलोन है. 1972 में सीलोन से नाम बादल कर श्रीलंका किया गया. यह ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा था और यह देश 1948 में स्वतंत्रता हुआ.