भारत की मेजबानी में तीसरा वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन आयोजित
भारत की मेजबानी में 17 अगस्त को तीसरा वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन (Voice of Global South Summit) आयोजित किया गया था. यह आयोजन वर्चुअल माध्यम से किया गया था. इस सम्मेलन का विषय था- बेहतर भविष्य के लिए सशक्त ग्लोबल साउथ.
वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन: मुख्य बिन्दु
- सम्मेलन में इन देशों के राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष ने भाग लिया. इस सत्र की मेजबानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की.
- तीसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन में एक नेता सत्र और विभिन्न विषयों पर 10 मंत्रिस्तरीय सत्र आयोजित किए गए.
- सम्मेलन में, संघर्ष, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा संकट, जलवायु परिवर्तन तथा ग्लोबल साउथ की समस्याओं पर मुख्य रूप से चर्चा हुई.
ग्लोबल साउथ क्या है?
- ग्लोबल साउथ (वैश्विक दक्षिण) मुख्यत: एशिया, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और ओशिनिया के गरीब और विकासशील देशों को संदर्भित करता है.
- इसकी तुलना ग्लोबल नॉर्थ (वैश्विक उत्तर) से की जाती है, जिसमें यूरोप, उत्तरी अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के समृद्ध और विकसित देश शामिल हैं.
- माना जाता है की ग्लोबल नॉर्थ राजनीतिक और आर्थिक शोषण के माध्यम से ग्लोबल साउथ पर हावी है.
- अमेरिकी राजनीतिक कार्यकर्ता कार्ल ओग्लेस्बी को 1969 में ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द गढ़ने का श्रेय दिया जाता है.
- भारत ने 2 से 13 जनवरी 2023 तक वर्चुअल प्रारूप में पहले वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी.
- पहले शिखर सम्मेलन की सफलता के बाद, भारत ने 17 नवंबर 2023 को दूसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन का आयोजन किया.