इसरो ने SSLV-D3 प्रक्षेपण यान से उपग्रह ‘EOS-08’ का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 16 अगस्त को पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ‘EOS-08’ और एक अन्य छोटे उपग्रह ‘SR-0’ का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया. यह प्रक्षेपण सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से किया गया.
मुख्य बिन्दु
- दोनों उपग्रहों को SSLV-D3 प्रक्षेपण यान (रॉकेट) के माध्यम से पृथ्वी से 475 किलोमीटर दूर कक्षा में स्थापित किया गया.
- SSLV-D3 रॉकेट 34 मीटर लंबा और लगभग 119 टन वजन का है. यह SSLV-D3 प्रक्षेपण यान की तीसरी उड़ान थी.
- SSLV रॉकेट मिनी, माइक्रो या नैनो उपग्रहों (10 से 500 किलोग्राम द्रव्यमान) को 500 किमी की कक्षा में लॉन्च करने में सक्षम है.
- रॉकेट के तीन चरण ठोस ईंधन द्वारा संचालित होते हैं जबकि अंतिम वेलोसिटी ट्रिमिंग मॉड्यूल (वीटीएम) में तरल ईंधन का इस्तेमाल होता है.
- पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ‘EOS-08’ निगरानी, आपदा निगरानी, आग का पता लगाने, ज्वालामुखी गतिविधियों, औद्योगिक और बिजली संयंत्र आपदाओं जैसे अनुप्रयोगों के लिए दिन और रात के दौरान इंफ्रारेड तस्वीरें भेजेंगा.
- EOS-08 का द्रव्यमान लगभग 175.5 किलोग्राम है और यह लगभग 420 वाट बिजली उत्पन्न करता है. इस उपग्रह का जीवनकाल एक साल है.
- उपग्रह ‘SR-0’ चेन्नई स्थित अंतरिक्ष क्षेत्र के स्टार्टअप स्पेस रिक्शा का पहला उपग्रह है.