प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ पर पोलैंड की यात्रा संपन्न की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 23 अगस्त तक पोलैंड और यूक्रेन की यात्रा पर थे. प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा एक पहले चरण में 21 अगस्त को पोलैंड की राजधानी वारसॉ (Warsaw) पहुंचे थे.

पोलैंड यात्रा के मुख्य बिन्दु

  • यह एक ऐतिहासिक यात्रा थी क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री 45 वर्षों के बाद पोलैंड गए थे. इससे पहले 1979 में प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने पोलैंड की यात्रा की थी.
  • प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा दोनों देशों के राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ पर हुई. भारत और पोलैंड के बीच राजनयिक संबंध 1954 में स्थापित हुए थे. भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1955 में पोलैंड का दौरा किया था.
  • श्री मोदी ने पोलैंड यात्रा के दौरान वारसॉ में पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज सेबेस्टियन डूडा के साथ बैठक की. और पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की.
  • वार्ता में दोनों देश अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने पर सहमत हुए. वे एक पंचवर्षीय कार्य योजना पर सहमत हुए जो 2024 से 2028 तक सहयोग के चिन्हित क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का मार्गदर्शन करेगी.
  • उच्च तकनीक, कृषि, स्मार्ट शहर, रक्षा, स्वास्थ्य सेवा, प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढाँचा, फार्मास्यूटिकल्स, और खनन, कृषि तकनीक, खाद्य तकनीक, ऊर्जा, जलवायु, हरित के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए आर्थिक सहयोग के लिए संयुक्त आयोग (जेसीईसी) की बैठकें वर्ष में कम से कम दो बार आयोजित की जाएगी.
  • दोनों देश चक्रीय अर्थव्यवस्था और अपशिष्ट-जल प्रबंधन के लिए टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल तकनीकी समाधान विकसित करने में सहयोग करेंगे.
  • राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ (2029 में) पर, दोनों पक्ष एक-दूसरे के देशों में सांस्कृतिक उत्सव आयोजित करेंगे.

भारत-पोलैंड व्यापार

  • पोलैंड मध्य और पूर्वी यूरोप में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है. भारत और पोलैंड के बीच द्विपक्षीय व्यापार छह अरब डॉलर का है.
  • पोलैंड में भारत का निवेश लगभग तीन अरब डॉलर और भारत में पोलिश निवेश लगभग एक अरब डॉलर का है.
  • पोलैंड में कई भारतीय कंपनियां आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मास्यूटिकल, स्टील, धातु और रसायन सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत है, वहीं पोलैंड की लगभग 30 कंपनियां भारत में विभिन्‍न व्‍यवसायिक क्षेत्रों में काम कर रही हैं.

पोलैंड: एक दृष्टि

  • पोलैंड, मध्य यूरोप में एक देश और यूरोपीय संघ और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का सदस्य देश है. यह 1918 में एक संप्रभु देश के रूप में अस्तित्व में आया था.
  • दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाजी जर्मनी ने इस पर कब्ज़ा कर लिया. नाज़ी जर्मनी की हार के बाद पोलैंड एक कम्युनिस्ट (साम्यवादी) देश बन गया.
  • 1989 में कम्युनिस्ट सरकार के पतन के बाद पोलैंड एक लोकतांत्रिक देश बना. बाद में, पोलैंड यूरोपीय संघ और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का सदस्य बन गया.
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