भारत और अमरीका के बीच उभरती प्रौद्योगिकी पहल पर वार्षिक बैठक
भारत और अमरीका के बीच महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकी पहल (U.S.-India Initiative on Critical and Emerging Technology) पर दूसरी वार्षिक बैठक 17-18 जून को नई दिल्ली में आयोजित की गई थी. बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और संयुक्त राज्य अमेरिका के NSA जेक सुलिवन ने की थी.
मुख्य बिन्दु
- दोनों NSA ने सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी और विनिर्माण, टिकाऊ कृषि और खाद्य सुरक्षा पर सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया.
- वे स्वच्छ ऊर्जा, महामारी संबंधी तैयारियों और अन्य महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी सहमत हुए.
- भारत और अमेरिका अगले पांच वर्षों तक यूएस-इंडिया ग्लोबल चैलेंजेज इंस्टीट्यूट को 90 मिलियन डॉलर की राशि प्रदान करेंगे.
- अमेरिका की जनरल एटॉमिक्स कंपनी और भारतीय कंपनी 3rdiTech संयुक्त रूप से सेमीकंडक्टर डिजाइन और विनिर्माण के सह-विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगी.
भारत-अमेरिका क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (ICET) पहल: एक दृष्टि
- मई 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान भारत-अमेरिका क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (ICET) पहल पर सहमति बनी थी.
- ICET पहल का उद्देश्य दोनों देशों के शैक्षणिक संस्थानों और व्यवसायों के बीच द्विपक्षीय रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी, रक्षा और औद्योगिक सहयोग का विस्तार करना था.
- ICET पहल दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष, अर्धचालक, उन्नत दूरसंचार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम, जैव प्रौद्योगिकी और स्वच्छ ऊर्जा में रणनीतिक सहयोग को विस्तारित करने पर केंद्रित है.
- पहली ICET बैठक जनवरी 2023 में अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में आयोजित की गई थी.
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन) संयुक्त रूप से सिंथेटिक एपर्चर रडार उपग्रह का विकास और प्रक्षेपण करेंगे.
- नासा, इसरो के अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष उड़ानों और मानव अंतरिक्ष मिशनों में प्रशिक्षण प्रदान करेगा.