यूक्रेन में शांति पर शिखर सम्मेलन, भारत ने विज्ञप्ति का समर्थन करने से इनकार किया
यूक्रेन में शांति को लेकर 15-16 जून को स्विट्जरलैंड के बर्गेनस्टॉक शहर में एक शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया था. सम्मेलन में यूरोप, एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के 90 से अधिक देशों और चार अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भाग लिया था. रूस ने सम्मेलन में भाग लेने से इनकार कर दिया था.
मुख्य बिन्दु
- इस शिखर सम्मेलन में कई देशों ने यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन किया और सभी पक्षों से संघर्ष का स्थायी समाधान खोजने का आह्वान किया गया.
- शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) पवन कपूर ने किया था. भारत ने इस सम्मेलन की समाप्ति के बाद जारी विज्ञप्ति का समर्थन करने से इनकार कर दिया.
- भारत ने कहा कि अगर शांति समाधान दोनों पक्षों को स्वीकार्य हो तो क्षेत्र में स्थायी शांति हो सकती है.
- भारत का रुख यह था कि रूस की भागीदारी के बिना क्षेत्र में कोई शांति नहीं हो सकती और चूंकि विज्ञप्ति रूस के दृष्टिकोण को ध्यान में रखे बिना जारी की गई थी, इसलिए भारत ने विज्ञप्ति पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया.
- भारत के अलावा, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, थाईलैंड, इंडोनेशिया, मैक्सिको और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) उन प्रमुख देशों में से थे, जिन्होंने अंतिम विज्ञप्ति पर हस्ताक्षर नहीं किए.
- रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत 24 फरवरी 2022 को हुई जब रूसी राष्ट्रपति वाल्दिमीर पुतिन ने यूक्रेन को पश्चिमी सैन्य गठबंधन उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने से रोकने के लिए यूक्रेन में अपने सैनिक भेजे.