WEF के ऊर्जा संक्रमण सूचकांक में भारत 63वें और स्वीडन शीर्ष स्थान पर
विश्व आर्थिक मंच (WEF) ने 19 जून को वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक (Global Energy Transition Index) रिपोर्ट जारी की थी. इस सूचकांक में भारत को 63वां स्थान दिया गया है. स्वीडन सूचकांक में शीर्ष पर रहा, जिसके बाद डेनमार्क, फिनलैंड, स्विट्जरलैंड और फ्रांस शीर्ष पांच में रहे. चीन को 20वां स्थान दिया गया है.
मुख्य बिन्दु
- सूचकांक में सर्वेक्षण किए गए 120 देशों में से भारत को 63वें स्थान पर रखा गया है. पिछले साल भारत 67वें स्थान पर था. रिपोर्ट के अनुसार भारत ने ऊर्जा समानता, सुरक्षा और स्थिरता के मामले में उल्लेखनीय सुधार किया है.
- 120 देशों में से 107 देशों ने पिछले दशक में अपनी ऊर्जा परिवर्तन यात्रा में प्रगति की है. हालाँकि, आर्थिक अस्थिरता, बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और तकनीकी बदलाव के कारण ऊर्जा संक्रमण की गति धीमी रही है.
- WEF ने सौर ऊर्जा जैसे गैर-जीवाश्म-आधारित ऊर्जा स्रोतों को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार द्वारा की गई पहल की सराहना की है.
- भारत और चीन, जिनकी आबादी, वैश्विक आबादी की लगभग एक-तिहाई है, वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
- WEF वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक, ऊर्जा उत्पादन के कारण कार्बन डाइऑक्साइड गैसों के उत्पादन में कमी को प्रोत्साहित करने, गैर-जीवाश्म-आधारित बिजली (जैसे सौर, पवन, छोटे पनबिजली संयंत्र, आदि) संयंत्रों को प्रोत्साहित करने तथा समग्र ऊर्जा तीव्रता में कमी लाने के लिए सरकारी नीतियों और उनकी प्रभावशीलता को ट्रैक करता है.
विश्व आर्थिक मंच (WEF)
- विश्व आर्थिक मंच (WEF) एक स्वतंत्र और निष्पक्ष संगठन है. यह सार्वजनिक-निजी सहयोग के लिए काम करता है. इसके संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष क्लॉस शवाब हैं.
- जर्मन अर्थशास्त्री क्लॉस श्वाब ने एक गैर-लाभकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन के रूप में 1971 में WEF की स्थापना की थी. WEF का मुख्यालय कोलोनी, स्विट्जरलैंड में है.