राम चरित मानस, पंचतंत्र और सहृदयलोक-लोकन को यूनेस्को के अनुस्मरण रजिस्टर में शामिल किया गया

भारत के रामचरितमानस, पंचतंत्र और सहृदयलोक-लोकन को एशिया प्रशांत क्षेत्र के ‘यूनेस्को की मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड एशिया-पैसिफिक रीजनल रजिस्टर’ (UNESCO’s Memory of the World Asia-Pacific Regional Register) में शामिल किया गया है.

मुख्य बिन्दु

  • रामचरितमानस, पंचतंत्र और सहृदयलोक-लोकन को शामिल करने का निर्णय 7 और 8 मई को मंगोलिया की राजधानी, उलानबटार में आयोजित मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड कमेटी फॉर एशिया एंड द पैसिफिक (MOWCAP) की 10वीं आम बैठक में लिया गया था.
  • इस बैठक में भारत की ओर से इंदिरा गांधी राष्‍ट्रीय कला केन्‍द्र (IGNCA) ने हिस्सा लिया था. इन तीन नामांकनों को समर्थन देकर IGNCA ने यूनेस्को के विश्‍व एशिया-प्रशांत क्षेत्रीय अनुस्मरण रजिस्टर में इन साहित्यिक कृतियों के स्‍थान को सु‍निश्चित किया.
  • सहृदयालोक-लोकन, पंचतंत्र और रामचरितमानस की रचना क्रमशः पंडित आचार्य आनंदवर्धन, विष्णु शर्मा और गोस्वामी तुलसीदास ने की थी.