विश्व व्यापार संगठन में भारत की सातवीं व्यापार नीति समीक्षा की गयी
विश्व व्यापार संगठन (WTO) ने हाल ही में भारत की व्यापार नीति समीक्षा (TPR) रिपोर्ट जारी की है. यह WTO की 7वीं समीक्षा थी जिसकी शुरुआत 6 जनवरी को हुई थी. इससे पहले 6ठी समीक्षा रिपोर्ट 2015 में जारी की गई थी.
भारत की व्यापार नीति समीक्षा (TPR) रिपोर्ट
- WTO ने कहा है कि भारत ने व्यापार को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के कदम उठाए हैं. इसके लिए आयात एवं निर्यात के लिए सीमाशुल्क से जुड़ी मंजूरी के साथ-साथ प्रक्रियाओं को सरल बनाने जैसी पहलों को गिनाया गया है.
- भारत ने 2015 के बाद इंडियन कस्टम्स इलेक्ट्रॉनिक गेटवे (ICEGATE), सिंगल विंडो इंटरफेस फॉर फेसिलिटेशन ऑफ ट्रेड (SWIFT), डायरेक्ट पोर्ट डिलिवरी एंड डायरेक्ट पोर्ट इंट्री जैसे कदम उठाए हैं. साथ ही रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम (RMS) का इस्तेमाल बढ़ाया गया है.
- 2016 में भारत द्वारा प्रस्तुत वस्तु एवं सेवा कर (GST), प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) नीति और राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार नीति को उदार बनाए जाने के लिये उठाए गए कदमों की सराहना की गयी है.
- संगठन ने कहा है कि पिछली समीक्षा के बाद से अब तक भारत की व्यापार लगभग नीति में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला है.
विश्व व्यापार संगठन (WTO): एक दृष्टि
विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization) की स्थापना वर्ष 1955 में हुई थी. इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है. वर्तमान में इसके 164 सदस्य हैं. यह अपने सदस्य देशों के बीच अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार को नियंत्रित करता है.
WTO का व्यापार नीति समीक्षा (TPR) क्या है?
विश्व व्यापार संगठन (WTO) अपने सदस्य देशों की व्यापार नीतियों की समग्र समीक्षा (TPR) करती है. इसके तहत WTO इस बात की भी समीक्षा करती है कि इसके नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं. WTO की निगरानी प्रणाली के लिए यह एक महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया है.