विदेश मंत्री सुब्रह्मण्‍यम जयशंकर की रूस यात्रा

विदेश मंत्री सुब्रह्मण्‍यम जयशंकर 19 से 21 अगस्त तक रूस की यात्रा पर थे. वे भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग के 26वें सत्र की सह-अध्यक्षता के मुख्य प्रयोजन से वहाँ गए थे. इस यात्रा के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लिया था.

भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग का 26वां सत्र

  • विदेशमंत्री जयशंकर ने मॉस्को में रूस के उप-प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव के साथ भारत-रूस अंतर-सरकारी व्यापार, आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग आयोग के 26वें सत्र की सह-अध्यक्षता की.
  • अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में भारत-रूस द्विपक्षीय वस्तु व्यापार में पाँच गुना से भी अधिक वृद्धि हुई है. यह 2021 में 13 अरब डॉलर से बढ़कर 2024-25 में 68 अरब डॉलर हो गया है. इस अवधि में व्यापार असंतुलन करीब 9 गुणा बढ़ा है.

भारत-रूस व्यापार मंच की बैठक

  • विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्‍यम जयशंकर ने मॉस्को में भारत-रूस व्यापार मंच की बैठक को संबोधित किया.
  • उन्होंने व्यवसायियों से अधिक व्यापार और अधिक निवेश करने तथा आर्थिक सहयोग के नए रास्ते तलाशने का आह्वान किया.

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लवारोव के साथ बैठक

  • विदेश मंत्री जयशंकर और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मॉस्को में बैठक के दौरान द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं की समीक्षा की.
  • डॉ. जयशंकर ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद भारत और रूस के बीच संबंध, दुनिया के सब देशों में से सबसे अधिक मजबूत रहे हैं.
  • डॉ. जयशंकर ने कहा कि फार्मास्यूटिकल्स, कृषि और वस्त्र जैसे क्षेत्रों में रूस को भारतीय निर्यात बढ़ाने से वर्तमान असंतुलन को दूर करने में मदद मिलेगी.

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात

  • डॉ. जयशंकर ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात की. उन्‍होंने वैश्विक स्थिति और यूक्रेन के हालिया घटनाक्रम पर श्री पुतिन द्वारा साझा किए गए विचारों की सराहना की.