विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने केन्या को मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस (Human African Trypanosomiasis- HAT) से मुक्त घोषित किया है. इसे आमतौर पर निद्रा रोग भी कहा जाता है.
इस प्रकार केन्या ने निद्रा रोग का उन्मूलन कर दिया है. WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अधनोम घेब्रेयसस ने हाल ही में इसकी घोषणा की थी.
यह उपलब्धि हासिल करने वाला केन्या विश्व का 10वां देश है. इससे पहले बेनिन, चाड, कोटे डी आइवर, इक्वेटोरियल गिनी, घाना, गिनी, रवांडा, टोगो और युगांडा से इसका उन्मूलन हो चुका है.
यह केन्या में खत्म होने वाला दूसरा उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग है. पहला गिनी वर्म रोग था, जिसे 2018 में समाप्त घोषित किया गया था.
मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस (HAT)
मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस को आमतौर पर स्लीपिंग सिकनेस (निद्रा रोग) भी कहा जाता है. यह एक गंभीर बीमारी है जो ट्रिपैनोसोमा ब्रूसी (Trypanosoma brucei) नामक परजीवी प्रोटोज़ोआ के संक्रमण से होता है.
यह सीसी मक्खी (tsetse fly) के काटने से फैलता है. यह बीमारी मुख्य रूप से उप-सहारा अफ्रीका (भूमध्यरेखीय अफ़्रीका) में पाई जाती है.
प्रारंभिक लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द शामिल हैं. रोग बढ़ने पर तंत्रिका तंत्र प्रभावित होता है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2025-08-14 16:14:242025-08-14 16:14:51WHO ने केन्या को स्लीपिंग सिकनेस से मुक्त घोषित किया