Tag Archive for: Lokpal

पूर्व न्यायाधीश सीवी रामुलु तेलंगाना के प्रथम लोकायुक्त पद पर नियुक्त किये गये

तेलंगाना के प्रथम लोकायुक्त के रूप में उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश सीवी रामुलु की नियुक्ति की गयी है. इस राज्य के उप-लोकायुक्त पद पर पूर्व विधि सचिव वी निरंजन राव की नियुक्ति की गयी है. राज्य मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष पद पर पूर्व न्यायाधीश जी चंद्रैया को नियुक्त किया गया है.

मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की अध्यक्षता में नियुक्ति समिति ने इन नियुक्ति प्रस्ताव को राज्यपाल तमिलिसई सुन्दरराजन को मंजूरी के लिए भेजा था. तेलंगाना राज्य के गठन के बाद यह पहला मौका है जब राज्य सरकार ने लोकायुक्त और मानवाधिकार आयोग का गठन किया है.

लोकपाल के प्रतीक चिन्ह और आदर्श वाक्य का चयन किया गया

लोकपाल के नया प्रतीक चिन्ह (लोगों) और आदर्श वाक्य (स्लोगन) का हाल ही में चयन कर लिया गया है. इसके चयन के लिए खुली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. इस प्रतियोगिता के तहत देश के विभिन्न हिस्सों के हजारों लोगों अपने सुझाव दिए थे.

प्रशांत मिश्रा द्वारा भेजे गए लोगो को प्रतीक चिन्ह के तौर पर चुना गया

ईलाहाबाद के प्रशांत मिश्रा द्वारा भेजे गए लोगो को लोकपाल के प्रतीक चिन्ह के तौर पर चुना गया. इस प्रतीक चिन्ह में जजों की बेंच, तीन मानव आकृति, अशोक चक्र कानून की किताब और न्यायपालिका को दर्शाया गया है. न्यायपालिक को संतुलन बनाते तीन रंग वाले हाथों के रूप में दिखाया गया है. अशोक चक्र को आंख की पुतलियों की तरह आकार दिया गया है.

प्रतिभागियों के स्लोगन में से कोई भी उपयुक्त नहीं पाया गया

प्रतिभागियों द्वारा भेजे गए आदर्श वाक्य (स्लोगन) में से कोई भी उपयुक्त नहीं पाया गया. इसके बाद लोकपाल ने खुद ही अपने आदर्श वाक्य का चयन किया. लोकपाल ने अपनी पूरी बेंच की बैठक में ईशावास्य उपनिषद से अपना आदर्श वाक्य “मा गृध कस्यसविधानम” का चयन किया. संस्कृत भाषा के इस वाक्य का अर्थ है, “दूसरों के धन के प्रति लालची नहीं होना चाहिए.”

पंजाब के लोकपाल के रूप में रिटायर्ड जस्टिस विनोद कुमार शर्मा नियुक्त किये गये

पंजाब सरकार ने रिटायर्ड जस्टिस विनोद कुमार शर्मा को लोकपाल नियुक्त किया है. जस्टिस सतीश कुमार मित्तल ने अप्रैल 2018 में लोकपाल के पद से इस्तीफा दे दिया था. तब से यह पद रिक्त पड़ा था. रिटायर्ड जस्टिस विनोद शर्मा लोकपाल यह पद 6 साल की अवधि के लिए संभालेंगे.

विनोद पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में जज रह चुके हैं. इसके बाद, उन्हें मद्रास उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया था, जहाँ से वह 24 मई, 2013 को सेवानिवृत्त हुए थे.

न्यायमूर्ति पी लक्ष्मण रेड्डी को आंध्र प्रदेश के पहले लोकायुक्त के रूप में शपथ दिलायी गयी

आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति पी लक्ष्मण रेड्डी को 16 सितम्बर को राज्य के पहले लोकायुक्त के रूप में शपथ दिलायी गयी. राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने विजयवाड़ा में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) रेड्डी को पद की शपथ दिलायी. रेड्डी का बतौर लोकायुक्त पांच साल का कार्यकाल होगा.


देश के पहले लोकपाल के रूप में जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष की नियुक्ति