वैश्विक भूख सूचकांक, भारत 123 देशों में से 102वें स्थान पर
वैश्विक भूख सूचकांक (Global Hunger Index – GHI) 2025 की रिपोर्ट अक्टूबर 2025 में जारी की गई थी. यह सूचकांक कंसर्न वर्ल्डवाइड और वेल्टहंगरहिल्फ़ नामक दो यूरोपीय गैर-सरकारी संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित किया जाता है. GHI स्कोर अल्पपोषण, बच्चों की कमजोरी और बच्चों के बौनेपन जैसे संकेतकों पर आधारित है.
GHI 2025 में भारत
- वैश्विक भूख सूचकांक (GHI) 2025 में भारत 123 देशों में से 102वें स्थान पर है. भारत का स्कोर 25.8 है, जो भूख की ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है. वर्ष 2024 के वैश्विक भूख सूचकांक (GHI) में, भारत 27.3 अंकों के साथ 127 देशों में 105वें स्थान पर था.
- वैश्विक GHI स्कोर
- वैश्विक GHI स्कोर: 18.3 है, जो भुखमरी की ‘मध्यम’ (Moderate) श्रेणी में आता है. यह स्कोर वर्ष 2016 के 19.0 के स्कोर से काम है, जो वैश्विक स्तर पर भुखमरी में कमी को दर्शाता है.
- वर्तमान धीमी गति को देखते हुए, वर्ष 2030 तक शून्य भुखमरी (संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य-2) के लक्ष्य को प्राप्त करना कठिन लग रहा है.
- वैश्विक स्तर पर शीर्ष देश: आर्मेनिया, बेलारूस, बोस्निया और हर्जेगोविना, बुल्गारिया, चिली और चीन हैं जिनका GHI स्कोर 5 से कम है. वहीं अंतिम स्थान पर 123वाँ देश सोमालिया, 121वाँ दक्षिण सूडान और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य है.
- 42 देशों में भुखमरी का स्तर ‘गंभीर’ या ‘खतरनाक’ माना गया है, जिसमें 7 देशों (बुरुंडी, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, हैती, मेडागास्कर, सोमालिया, दक्षिण सूडान और यमन) में यह स्तर ‘भयावह’ (Alarming) है.
वैश्विक भूख सूचकांक (GHI)
- GHI का पूरा नाम Global Hunger Index है. यह वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भूख को व्यापक रूप से मापने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
- GHI का प्रकाशन आयरलैंड स्थित मानवीय संगठन कंसर्न वर्ल्डवाइड (Concern Worldwide) और जर्मनी स्थित सहायता एजेंसी वेल्टहंगरहिल्फ़ (Welthungerhilfe) द्वारा संयुक्त रूप से हर साल अक्टूबर में प्रकाशित किया जाता है.
- इसका मुख्य उद्देश्य भूख से निपटने में हुई प्रगति और चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य (SDG) 2 (वर्ष 2030 तक Zero Hunger) प्राप्त करने की दिशा में प्रगति का आकलन करना है.
GHI स्कोर
यह देशों को 0 से 100 के पैमाने पर रैंक करता है:
- 0 सबसे अच्छा स्कोर है (कोई भूख नहीं).
- 100 सबसे खराब स्कोर है (अत्यधिक भूख).
स्कोर जितना कम होता है, उस देश में भूख की स्थिति उतनी ही बेहतर मानी जाती है.
GHI स्कोर और भुखमरी की श्रेणियाँ
GHI स्कोर के आधार पर, देशों को पाँच श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है:
| GHI स्कोर की सीमा | भुखमरी की श्रेणी (Severity Level) |
| 9.9 या काम | निम्न (Low) |
| 10.0 – 19.9 | मध्यम (Moderate) |
| 20.0 – 34.9 | गंभीर (Serious) |
| 35.0 – 49.9 | खतरनाक (Alarming) |
| 50.0 या अधिक | अत्यंत खतरनाक (Extremely Alarming) |
GHI स्कोर की गणना
GHI स्कोर की गणना चार संकेतकों के आधार पर की जाती है:
- अल्पपोषण (Undernourishment): अपर्याप्त कैलोरी सेवन वाली आबादी का अनुपात.
- बाल ठिगनापन (Child Stunting): 5 वर्ष से कम आयु के वे बच्चे जिनकी उम्र के हिसाब से लंबाई कम है.
- बाल दुबलापन (Child Wasting): 5 वर्ष से कम आयु के वे बच्चे जिनका लंबाई के अनुपात में वज़न कम है.
- बाल मृत्यु दर (Child Mortality): 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर.
GHI स्कोर की निष्पक्षता एक विवादास्पद मुद्दा
- GHI स्कोर पूरी तरह से निष्पक्ष नहीं माना जाता है, क्योंकि इसकी कार्यप्रणाली (methodology) को लेकर कई आलोचनाएँ हैं.
- GHI गणना के संकेतक पूरी आबादी में भुखमरी की वास्तविक स्थिति को पर्याप्त रूप से नहीं दर्शाते.
- बाल कुपोषण केवल भोजन की कमी के कारण नहीं होता, बल्कि स्वच्छता, मातृ स्वास्थ्य, टीकाकरण और पर्यावरणीय कारकों जैसे अन्य सामाजिक-आर्थिक पहलुओं से भी प्रभावित होता है.
- भारत में बाल दुबलापन की दर ऐतिहासिक रूप से उच्च रही है, जो GHI स्कोर को गंभीर रूप से प्रभावित करती है.
- GHI स्कोर भारत की विशाल आबादी और आनुवंशिक/अन्य गैर-पोषण संबंधी कारकों को ध्यान में नहीं रखती है.
