डेली कर्रेंट अफेयर्स
25-27 जुलाई 2025
प्रधानमंत्री की यूनाइटेड किंगडम यात्रा, मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 से 24 जुलाई तक ब्रिटेन की यात्रा पर थे. वे ब्रिटेन और मालदीव की यात्रा के पहले चरण में वहाँ गए थे.
- प्रधानमंत्री के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित प्रतिनिधिमंडल था.
- इस यात्रा के दौरान उन्होंने सम्राट, किंग चार्ल्स तृतीय से सैंड्रिंघम एस्टेट में मुलाकात की. सैंड्रिंघम एस्टेट इंग्लैंड के सैंड्रिंघम पल्ली में स्थित चार्ल्स तृतीय का शाही निवास है.
भारत और ब्रिटेन प्रतिनिधिमंडल वार्ता
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ 24 जुलाई को ब्रिटेन के चेकर्स (Chequers) में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई. चेकर्स, लंदन के पास यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री का कंट्री हाउस है.
- वार्ता में दोनों पक्षों ने भारत-यूके विज़न 2035 दस्तावेज़ को अपनाया. इस दस्तावेज़ में दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत और गहन बनाने के लिए अगले 10 वर्षों का रोडमैप तैयार किया गया है.
- इस यात्रा के दौरान, भारत के केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) ने ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए. इसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक अपराध और गंभीर धोखाधड़ी से निपटना है.
भारत और ब्रिटेन में मुक्त व्यापार समझौते (FTA)
- प्रतिनिधिमंडल स्तर की हुई वार्ता दोनों देशों ने ऐतिहासिक आर्थिक और व्यापार समझौता (CETA) पर हस्ताक्षर किए. यह दो देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) है.
- समझौते पर भारत की ओर से वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन के व्यापार सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्स ने हस्ताक्षर किए.
- CETA को लागू करने से पहले, भारत सरकार के मंत्रिमंडल और ब्रिटेन की संसद का अनुमोदन करना होगा.
भारत और ब्रिटेन में FTA का संक्षिप्त घटनाक्रम
- भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार वार्ता वर्ष 2020 में, यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने के बाद शुरू हुई थी. उस समय बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे.
- 2024 में ब्रिटेन में कीर स्टारमर की लेबर पार्टी की सरकार के सत्ता में आने के बाद वार्ता को फिर से शुरू किया गया. इस बीच दोनों देशों के बीच कई दौर की वार्ता हुई थी.
- 6 मई 2025 को दोनों देशों ने व्यापार वार्ता के सफल समापन की घोषणा की थी.
CETA से भारत को लाभ
- दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को 2024-25 में वर्तमान 23.17 अरब डॉलर से बढ़ाकर 2030 तक 120 अरब डॉलर करने का लक्ष्य रखा है.
- 2024-25 में भारत का ब्रिटेन को निर्यात 14.55 अरब डॉलर और ब्रिटेन से आयात 8,607 अरब डॉलर था.
- इस समझौते से भारत को लगभग 99 प्रतिशत उत्पाद श्रेणियों पर शुल्क से छूट मिलेगी.
- चमड़ा, कपड़ा, जूते, खेल के सामान, खिलौने, समुद्री उत्पाद और रत्न एवं आभूषण, इंजीनियरिंग सामान, ऑटो कंपोनेंट और कार्बनिक रसायन जैसे भारतीय उत्पाद के ब्रिटेन के बाजार तक बेहतर पहुँच होगी.
- भारतीय पेशेवरों, शिक्षा, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों के लिए ब्रिटेन के बाज़ार खुलेंगे. डेयरी क्षेत्र, सेब और जई को टैरिफ रियायतों से बाहर रखा गया है.
- ब्रिटेन में कार्यरत भारतीय श्रमिकों और उनके नियोक्ताओं को तीन वर्षों के लिए ब्रिटेन की सामाजिक सुरक्षा प्रणाली में अंशदान करने से छूट मिलेगा. भारत में काम करने वाले ब्रिटेन के नागरिकों को भी इसी प्रकार के लाभ प्राप्त होंगे.
- भारतीय कंपनियाँ, ब्रिटेन की कंपनी के साथ साझेदारी में, ब्रिटेन में सरकारी अनुबंधों के लिए बोली प्रक्रिया में भाग ले सकती हैं. ब्रिटेन की कंपनी को भारतीय सरकारी अनुबंधों के लिए भी यह सुविधा उपलब्ध होगी.
यूनाइटेड किंगडम: एक दृष्टि
- ऐतिहासिक रूप से, इंग्लैंड एक संप्रभु राष्ट्र रहा है. 1536 में, वेल्स साम्राज्य के विलय के बाद इंग्लैंड और वेल्स साम्राज्य की स्थापना हुई.
- 1707 में इंग्लैंड और वेल्स के साथ स्कॉटलैंड का विलय हुआ. इसका नाम बदलकर ग्रेट ब्रिटेन कर दिया गया.
- 1801 में आयरलैंड ग्रेट ब्रिटेन में शामिल हो गया. इसे ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड का यूनाइटेड किंगडम कहा गया.
- 1922 में आयरलैंड, प्रोटेस्टेंट ईसाई बहुल उत्तरी आयरलैंड और कैथोलिक ईसाई बहुल दक्षिणी आयरलैंड में विभाजित हो गया. दक्षिणी आयरलैंड, जिसे अब आयरलैंड कहा जाता है, एक स्वतंत्र देश बना.
यूनाइटेड किंगडम, इंग्लैंड और ब्रिटेन में अंतर
- ग्रेट ब्रिटेन एक भौगोलिक शब्द है. यह ग्रेट ब्रिटेन (या ब्रिटेन) द्वीप को संदर्भित करता है. ग्रेट ब्रिटेन द्वीप तीन देशों (इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स) से मिलकर बना है.
- यूनाइटेड किंगडम एक राजनीतिक शब्द है. यह एक स्वतंत्र देश है जिसमें पूरे ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड शामिल हैं.
- यूनाइटेड किंगडम का आधिकारिक नाम ”ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड का यूनाइटेड किंगडम” है. इसमें चार देश शामिल हैं: इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड.
भारत 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, मॉर्गन स्टेनली का अनुमान
- अमेरिकी बहुराष्ट्रीय वित्तीय सेवा प्रदाता मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) के अनुसार, भारत 2028 तक जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
- मॉर्गन स्टेनली ने 23 जुलाई 2025 को ‘भारत का राज्य-नेतृत्व आर्थिक परिवर्तन’ रिपोर्ट जारी की थी जिसमें यह अनुमान व्यक्त किया है.
- मॉर्गन स्टेनली एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय निवेश बैंक और वित्तीय सेवा कंपनी है. इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क शहर के मिडटाउन मैनहट्टन में है.
मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) रिपोर्ट के मुख्य बिन्दु
- 2035 तक भारतीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दोगुना होकर 10.6 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा.
- भारतीय जीडीपी वर्तमान में 4.19 ट्रिलियन डॉलर से, 2035 तक दोगुनी होकर 10.6 ट्रिलियन डॉलर होने की उम्मीद है.
- 2035 तक तीन से पाँच राज्यों का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक होना का अनुमान है.
- रिपोर्ट में महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और गुजरात की पहचान की गई है जिनका GSDP 1 ट्रिलियन डॉलर होने की संभावना है.
- महाराष्ट्र, गुजरात और तेलंगाना को वर्तमान में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्यों के रूप में पहचाना गया है.
- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ ने पिछले पाँच वर्षों में रैंकिंग में सबसे उल्लेखनीय सुधार दिखाया है.
- अगले दशक में भारत के कुल वैश्विक विकास में 20% योगदान देने की भी उम्मीद है.
भारतीय अर्थव्यवस्था: वर्तमान स्थिति
- अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) वर्तमान में भारत को अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद दुनिया की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था मानता है.
- IMF का अनुमान है कि भारत 2025 तक जापान को पीछे छोड़कर चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. हालांकि, नीति आयोग के अनुसार, भारत पहले ही जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है.
- अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने, भारतीय अर्थव्यवस्था के 2028 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाने का अनुमान व्यक्त किया था.
DRDO ने ULPGM-V3 मिसाइल का सफल परीक्षण किया
- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने 25 जुलाई को मिसाइल ‘ULPGM-V3’ का सफल परीक्षण किया. यह परीक्षण आंध्र प्रदेश के कुरनूल स्थित नेशनल ओपन एरिया रेंज से किया गया.
- परीक्षण के दौरान ULPGM-V3 को एक मानवरहित वायुयान (ड्रोन) से छोड़ा गया. इस मानवरहित वायुयान को बेंगलुरु की भारतीय स्टार्टअप न्यूस्पेस रिसर्च टेक्नोलॉजीज ने स्वदेशी रूप से विकसित किया है.
ULPGM-V3: मुख्य बिन्दु
- ULPGM-V3 का पूरा नाम Unmanned Aerial Vehicle Launched Precision Guided Missile-V3 है.
- ULPGM-V3 मानवरहित वायुयान (ड्रोन) से दागे जाने वाली सटीक मारक क्षमता वाली मिसाइल है. यह ULPGM-V2 का उन्नत संस्करण है.
- यह मिसाइल विभिन्न प्रकार के लक्ष्यों को भेद सकती है. इसे मैदानी इलाकों और ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों दोनों में इस्तेमाल किया जा सकता है.
- यह मिसाइल दिन और रात दोनों समय में लक्ष्यों को भेदने की क्षमता रखती है. इसमें दो-तरफा डेटा लिंक है, जिससे प्रक्षेपण के बाद इसके लक्ष्य में बदलाव किया जा सकता है.
- यह तीन मॉड्यूलर वारहेड से लैस है जिसमें आधुनिक बख्तरबंद गाड़ियों को नष्ट करने के लिए बख्तरबंद रोधी प्रणाली है.
ULPGM का विकास
- ULPGM मिसाइल का विकास DRDO ने स्वदेशी रूप से किया है. इस परियोजना में अडाणी डिफेंस, भारत डायनमिक्स लिमिटेड और लगभग 30 मध्यम एवं लघु स्टार्टअप ने सहयोग किया है.
DRDO: एक दृष्टि
- DRDO, रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation) का संक्षिप्त रूप है. यह भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत एक संगठन है. यह सैन्य अनुसंधान तथा विकास से संबंधित कार्य करता है.
- इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है. DRDO का आदर्श वाक्य ‘बलस्य मूलं विज्ञानं’ है. पूरे देश में DRDO की 52 प्रयोगशालाओं का नेटवर्क है.
- DRDO देश की सुरक्षा के लिए मिसाइल, रडार, सोनार, टॉरपीडो आदि का निर्माण करती है.
प्रदूषण नियंत्रण पोत ‘समुद्र प्रचेत’ का जलावतरण किया गया
- भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के लिए निर्मित प्रदूषण नियंत्रण पोत (PCV) ‘समुद्र प्रचेत’ (Samudra Prachet) का 23 जुलाई 2025 को सफलतापूर्वक जलावतरण किया गया. यह जलावतरण गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) ने वास्को, गोवा स्थित अपने शिपयार्ड में किया.
- किसी जहाज के जलावतरण का अर्थ है, उस जहाज को उसके निर्माण के बाद पहली बार पानी में उतारना. इसे ‘लॉन्चिंग’ भी कहा जाता है.
समुद्र प्रचेत क्या है?
- समुद्र प्रचेत, एक उन्नत प्रदूषण नियंत्रण पोत (Pollution Control Vessel) है. यह भारतीय EEZ (एक्सक्लूसिव इकॉनोमिक जोन) में किसी भी तेल रिसाव के हालात में तेज और प्रभावी प्रतिक्रिया देने में मदद करेगा.
- इस पोत (वेसेल) का डिजाइन और निर्माण गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) ने भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के लिए किया है. यह पूरी तरह से स्वदेशी है.
- जहाज की लंबाई 114.5 मीटर और चौड़ाई 16.5 मीटर है. इसका कुल वजन 4170 टन है.
भारतीय तटरक्षक बल (ICG)
- भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) भारत का एक समुद्री बल है जो देश के समुद्री क्षेत्रों की सुरक्षा, तटीय सुरक्षा, और समुद्री खोज और बचाव कार्यों के लिए जिम्मेदार है.
- ICG, रक्षा मंत्रालय के अधीन काम करता है. इसकी स्थापना 1 फरवरी 1977 को किया गया था. इसका आदर्श वाक्य ‘वयं रक्षामह’ (हम रक्षा करते हैं) है.
- इसका मुख्य उद्देश्य भारत के समुद्री हितों की रक्षा करना, समुद्री पर्यावरण की सुरक्षा करना, और समुद्री आपदाओं के दौरान बचाव कार्यों में सहायता करना है. ICG, भारतीय नौसेना से अलग है, जो युद्ध के लिए तैयार बल है.
- तेल रिसाव के कारण समुद्र में होने वाले समुद्री प्रदूषण की स्थिति में भारतीय तटरक्षक बल, भारत की सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वाला बल है.
गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL)
- गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) 1957 में स्थापित, सार्वजनिक क्षेत्र का एक उपक्रम है जो भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के लिए जहाजों का निर्माण करता है. यह रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में आता है.
- भारतीय तटरक्षक बल ने GSL के साथ दो प्रदूषण नियंत्रण पोत बनाने का अनुबंध किया था. इस अनुबंध के तहत निर्मित पहला पोत ‘समुद्र प्रताप’ था जिसका जलावतरण 29 अगस्त 2024 को किया गया था. दूसरा पोत ‘समुद्र प्रचेत’ है.
भारतीय एथलीट मुरली श्रीशंकर ने पुर्तगाल में लंबी कूद का खिताब जीता
- भारतीय एथलीट मुरली श्रीशंकर ने पुर्तगाल स्पोर्ट्स मीट (Meeting Maia) 2025 के लंबी कूद स्पर्धा में पहले स्थान पर रहते हुए स्वर्ण पदक जीता.
- यह प्रतियोगिता पुर्तगाल के माइया में आयोजित किया गया था. यह विश्व एथलेटिक्स उपमहाद्वीपीय टूर का कांस्य स्तर (World Athletics Continental Tour Bronze level) टूर्नामेंट है.
- श्रीशंकर ने 7.75 मीटर की कूद लगाई और शीर्ष स्थान हासिल किया. पोलैंड के पियोत्र तारकोव्स्की दूसरे स्थान और ऑस्ट्रेलिया के क्रिस मित्रेव्स्की तीसरे स्थान पर रहे.
मुरली श्रीशंकर
- मुरली श्रीशंकर एक भारतीय एथलीट हैं जो लंबी कूद स्पर्धा में प्रतिस्पर्धा करते हैं. 2022 हांग्जो एशियाई खेलों में उन्होंने रजत पदक जीता था.
- भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा और चक्का फेंक खिलाड़ी विकास गौड़ा के बाद मुरली श्रीशंकर एथलेटिक्स की प्रतिष्ठित डायमंड लीग मीट में शीर्ष तीन स्थान पर रहने वाले तीसरे भारतीय एथलीट हैं. 2023 पेरिस डायमंड लीग मीट में उन्होंने लंबी कूद स्पर्धा में तीसरा स्थान हासिल किया था.
अग्नि-नियंत्रण रडार की खरीद हेतु BEL के साथ अनुबंध
- रक्षा मंत्रालय ने सेना के लिए वायु रक्षा अग्नि-नियंत्रण रडार (Air Defence Fire Control Radars) की खरीद हेतु भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के साथ दो हज़ार करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं.
- ये अग्नि-नियंत्रण रडार दुश्मन के लड़ाकू विमानों, हमलावर हेलीकॉप्टरों और ड्रोन सहित सभी प्रकार के हवाई खतरों का पता लगाने में सक्षम होंगे.
- 2,000 करोड़ रुपये की यह खरीद ‘भारतीय-स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित श्रेणी’ के ढांचे के तहत की जाएगी.
- यह वायु रक्षा रेजिमेंटों के आधुनिकीकरण में एक महत्वपूर्ण साबित होगा और भारतीय सेना की परिचालन क्षमता को बढ़ाएगा.
अनहत सिंह ने विश्व स्क्वाश जूनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता
- भारत की अनहत सिंह ने मिस्र में विश्व स्क्वाश जूनियर चैंपियनशिप (World Squash Junior Championships) के महिला एकल में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है. वे इस प्रतियोगिता में पिछले 15 वर्ष में पदक जीतने वाली पहली भारतीय हैं.
- इस प्रतियोगिता के महिला एकल सेमीफाइनल में मिस्र की नाडिएन एलहमामी से हार गईं जिससे उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.
- 17 वर्षीय अनहत, सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ ही 2010 में दीपिका पल्लीकल के बाद टूर्नामेंट के अंतिम चार में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं.
- अगर वह जीत जातीं तो 2005 में जोशना चिनप्पा के ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद महिला व्यक्तिगत वर्ग में फाइनल में पहुंचने वाली केवल दूसरी भारतीय बन जातीं.
- 2025 विश्व स्क्वैश जूनियर चैंपियनशिप 21 जुलाई से 1 अगस्त तक मिस्र के काहिरा स्थित ब्लैक बॉल स्पोर्टिंग क्लब में आयोजित की जा रही है.
लगातार सबसे अधिक दिन प्रधानमंत्री रहने वाले दूसरे प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लगातार सबसे लंबे समय तक पद पर बने रहने वाले देश के दूसरे प्रधानमंत्री बन गए हैं. 25 जुलाई 2025 को प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में 4078 दिन का कार्यकाल पूरा किया.
- उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पीछे छोड़ दिया. इंदिरा गांधी 24 जनवरी 1966 से 24 मार्च 1977 तक लगातार 4077 दिनों तक प्रधानमंत्री रही थीं.
- लगातार सबसे अधिक दिन प्रधानमंत्री रहने के मामले में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू शीर्ष पर हैं. वह 15 अगस्त 1947 से 27 मई 1964 तक यानी लगातार कुल 6126 दिन तक इस पद पर रहे.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्य (गुजरात के मुख्यमंत्री) और केंद्र (प्रधानमंत्री) मिलाकर लगातार 24 वर्षों तक सरकार का नेतृत्व कर चुके हैं, जो एक रिकॉर्ड है.
- नरेन्द्र मोदी 1947 के बाद पैदा हुए गैर-हिंदी भाषी राज्य से सबसे लंबे समय तक रहने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं.
- वे पहले और एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिनका जन्म भारत की आजादी के बाद हुआ. वे सबसे लंबे समय तक पद पर रहने वाले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री हैं.
संक्षिप्त सामयिक घटनाचक्र
इलेक्ट्रॉनिक सामानों के उत्पादन और निर्यात में तेज़ी से वृद्धि
पिछले वित्त वर्ष में देश में इलेक्ट्रॉनिक सामानों का उत्पादन 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक था. यह वर्ष 2014-15 में एक 1.9 लाख करोड़ रुपये था. यह वृद्धि छह गुना से अधिक है. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने लोकसभा में यह जानकारी दी.
पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य निर्धारित हासिल किया
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि भारत ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य निर्धारित समय से पाँच साल पहले ही हासिल कर लिया है. उन्होंने कहा कि स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में 2014 के मात्र 1.5 प्रतिशत से 2025 में 20 प्रतिशत तक की इस छलांग से 1.36 लाख करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है.
रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता का तीसरा दौर इस्तांबुल में
रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता का तीसरा दौर 23 जुलाई को तुर्किए के इस्तांबुल में हुआ. वार्ता में कैदियों की अदला-बदली पर सहमति हुई. ये वार्ता 16 मई और 2 जून को इस्तांबुल में हुई पिछली दो वार्ताओं के बाद हुई. पहले दोनों वार्ताओं में भी केवल कैदियों की अदला-बदली पर सहमति हुई थी, लेकिन युद्धविराम या व्यापक शांति समझौते की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई.
भारत और चीन ने सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति की समीक्षा की
भारत और चीन के बीच 23 जुलाई को नई दिल्ली में सीमा मामलों के परामर्श और समन्वय तंत्र की 34वीं बैठक हुई. बैठक में सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति की समीक्षा की. भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व पूर्वी एशिया मामलों के संयुक्त सचिव गौरंगलाल दास ने और चीनी शिष्टमंडल का नेतृत्व चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा और समुद्री विभाग में महानिदेशक हॉंग लियांग ने किया.
द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने पर भारत और इस्राइल में सहमति
भारत और इस्राइल ने दीर्घावधि के लिए द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है. रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने 23 जुलाई को नई दिल्ली में इस्राइल के रक्षा मंत्रालय में महानिदेशक मेजर जनरल आमिर बराम के साथ बैठक की. बैठक में रक्षा सहयोग मजबूत करने की रूपरेखा तैयार करने पर सहमति बनी.
मशहूर पहलवान हल्क होगन का निधन
मशहूर पहलवान हल्क होगन का अमरीका के फ्लोरिडा में निधन हो गया है. वे 71 वर्ष के थे. होगन ने कुश्ती में छह वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट चैंपियनशिप जीती थी. होगन ने हॉलीवुड फिल्मों, टेलीविज़न शो और अपनी एनिमेटेड सीरीज़ में भी भूमिका निभाई थी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तमिलनाडु के दौरे पर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 26-27 जुलाई को तमिलनाडु के दौरे पर रहेंगे. वे तूतीकोरिन में चार हजार आठ सौ करोड़ रूपये लागत की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री तिरुचिरापल्ली के गंगईकोंड चोलापुरम मंदिर में आदि तिरुवथिरई महोत्सव के साथ महान चोल सम्राट राजेंद्र चोल-प्रथम के जयंती समारोह में भी भाग लेंगे.
दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन
दिल्ली में 25-26 जुलाई को राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन आयोजित किया गया. सम्मेलन में नागर विमानन, बंदरगाह सुरक्षा और वामपंथी उग्रवाद पर भी चर्चा हुई. सम्मेलन को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने केंद्र और राज्य की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच तालमेल बढ़ाने और देश के भीतर पनप रहे आतंकी तंत्र से सख्ती से निपटने पर ज़ोर दिया.
उमा कांजीलाल इग्नू की पहली महिला कुलपति नियुक्त
भारत सरकार ने प्रोफेसर उमा कांजीलाल को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) की पहली महिला कुलपति नियुक्त किया है. वर्तमान में वह इग्नू की कार्यवाहक कुलपति थी. केंद्रीय विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है, जो सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के पदेन कुलाध्यक्ष होते हैं. इग्नू एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है. यह दुनिया का सबसे बड़ा मुक्त विश्वविद्यालय है.
फ़्रांस आधिकारिक तौर पर फ़लस्तीन को मान्यता देगा
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान फ़लस्तीन को मान्यता देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि गाज़ा में तुरंत युद्धविराम की आवश्यकता है. इस्रायल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू ने फ्रांस के फैसले को गंभीर भूल बताया है. उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति पर हमास और अन्य समूहों द्वारा उत्पन्न ख़तरों की अनदेखी करने का आरोप लगाया.
25 जुलाई 2025: 26वां करगिल विजय दिवस मनाया गया
25 जुलाई 2025 को 26वां करगिल विजय दिवस मनाया गया. यह दिवस 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ हुए करगिल युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों की स्मृति में मनाया जाता है.