प्रधानमंत्री की अमरीका की यात्रा, जेट इंजन बनाने के लिए समझौता

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 21 से 25 जून तक अमरीका और मिस्र की यात्रा पर थे. श्री मोदी अमरीका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला डॉ० जिल बाइडेन के निमंत्रण पर 21 से 23 जून तक अमरीका की राजकीय यात्रा पर थे.

मुख्य बिन्दु

  • अमरीका यात्रा के दौरान श्री मोदी ने 21 जून को न्‍यूयॉर्क के संयुक्‍त राष्‍ट्र मुख्‍यालय में अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस समारोह के आयोजनों का नेतृत्‍व किया.
  • जाने-माने गणित सांख्‍य‍िकीयविद, विद्वान और लेखक प्रोफेसर नसीम निकोलस तलेब के साथ मुलाकात की. विख्‍यात बोद्ध विद्वान और लेखक पद्यश्री बॉब थुरमन के साथ भी बातचीत की.
  • टैसला मोटर के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी एलन मस्‍क से भी मिले. उन्‍होंने कहा कि भारत में दुनिया के किसी भी अन्‍य बडे देश से अधिक संभावनाएं हैं.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने वाशिंगटन डीसी में माइक्रोन टैक्‍नोलॉजी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय महरोत्रा से मुलाकात की. प्रधानमंत्री मोदी ने उन्‍हें भारत में सेमी कंडक्‍टर के निर्माण में माइक्रोन टैक्‍नोलॉजी की भागीदारी के लिए आमंत्रित किया.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने अमरीका के वाशिंगटन डीसी में व्‍हाइट हाउस में राष्‍ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की. उन्होंने अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया.
  • उन्होंने व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए.

लड़ाकू जेट इंजन बनाने के लिए समझौता: मुख्य बिन्दु

प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की इस यात्रा के दौरान लड़ाकू जेट इंजन बनाने के लिए भारत में प्लांट लगाने से संबंधित के समझौता पर हस्ताक्षर किया गया.

  • इस समझौते के तहत अब भारत का हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) एयरोस्पेस मिलकर एफ-414 जेट इंजन का भारत में सह-उत्पादन करेंगे.
  • भारत फाइटर जेट्स बनाने वाला विश्व के पाँचवाँ देश होगा. अभी तक दुनिया के सिर्फ चार देश अमेरिका, रूस, इंग्लैंड और फ्रांस फाइटर जेट के इंजन बनाते हैं, यानी दुनियाभर में उड़ रहे फाइटर जेट्स में इन्हीं देशों में बने इंजन लगे हैं.
  • जीई के F-414 जेट इंजनों का निर्माण भारत सरकार की ‘आत्मनिर्भर योजना’ के तहत स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) मार्क-2 की ताकत बढ़ाने के लिए है. तेजस एलसीए मार्क-1 जीई कंपनी के F-404 इंजन से ही संचालित हैं.
  • अब भारत में बनने वाले एफ-414 जेट इंजनों को एलसीए मार्क-2 के अलावा पांचवीं पीढ़ी के उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) में भी लगाये जाने की योजना है.

अन्य समझौते

  • अमेरिका की कंप्यूटर मेमोरी चिप विनिर्माता माइक्रोन टेक्नोलॉजी गुजरात में अपना सेमीकंडक्टर असेंबली एवं परीक्षण संयंत्र लगाएगी, जिसपर कुल 2.75 अरब डॉलर (22,540 करोड़ रुपये) का निवेश होगा. एप्लाइड मैटेरियल्स इंक, सहयोगी इंजीनियरिंग केंद्र स्थापित करने के लिए 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगी.
  • भारत और अमेरिका ने 31 ‘हाई एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस’ (हेल) ड्रोन के सौदे पर हस्ताक्षर किये हैं, जिनमें से नौसेना को 15 सीगार्जियन ड्रोन मिलेंगे, जबकि थलसेना और भारतीय वायुसेना को आठ-आठ भूमि संस्करण वाले ड्रोन स्काईगार्जियन प्राप्त होंगे.
  • भारत-अमेरिका ने 2024 के लिए संयुक्त अंतरिक्ष यात्री मिशन की भी घोषणा की. भारत ने अर्टेमिस संधि में शामिल होने का फैसला किया है और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (नासा) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) 2024 में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) के लिए एक संयुक्त मिशन भेजने पर सहमत हुए हैं. अर्टेमिस संधि असैन्य अंतरिक्ष अन्वेषण पर समान विचार वाले देशों को एक मंच पर लाता है.