चार पत्रकारों और एक मैगजीन को वर्ष 2018 के ‘टाइम पर्सन ऑफ द ईयर’ के लिए चुना गया

टाइम मैगजीन ने वर्ष 2018 के ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ के लिए चार पत्रकारों और एक मैगजीन को चुना है. मैगजीन ने इस सबको अपनी कवर स्टोरी बनाकर ‘द गार्जियन्स एंड द वॉर ऑन ट्रुथ’ शीर्षक के साथ प्रकाशित किया है:

जमाल खशोगी: जमाल खशोगी सऊदी अरब के निवासी और अमेरिका स्थित वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार थे. खशोगी का नाम उस समय चर्चा में आया जब तुर्की स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में अपने दस्तावेज संबंधी काम के लिए जाने के बाद वह गायब हो गए थे. सऊदी ने उनके लापता होने के पीछे अपना हाथ होने से इन्कार किया था. लेकिन बाद में बताया गया कि उनकी मौत हो चुकी है. उनकी मौत से पश्चिमी देशों और सऊदी अरब के बीच संबंधों में खटास पैदा हो गई है.

मारिया रेसा: मारिया रेसा पिछले 33 वर्षो से युद्ध क्षेत्र में काम करने के लिए विख्यात फिलीपींस की पत्रकार हैं. मारिया को भी ‘गार्जियन ऑफ ट्रूथ’ माना गया, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.

वा लोन और क्याव सोइ उ: वा लोन और क्याव सोइ उ म्यामांर की जेलों में बंद रायटर के दो युवा पत्रकार हैं. यह पत्रकार वहां से भगाए जा रहे रोहिंग्या मुसलमानों की रिपोर्टिंग कर रहे थे, जिससे म्यामांर सरकार नाराज थी. ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट की धारा लगाकर म्यांमार सरकार ने करीब एक साल से जेल में बंद रखा हुआ है.

‘कैपिटल गजट’ मैगजीन: इसके अलावा मैरीलैंड के अनापोलिस में कैपिटल गजट नाम की मैगजीन को भी इस सम्मान के लिए चुना गया है. इस मैगजीन के दफ्तर पर हुए हमले में पांच लोग मारे गए थे.

टाइम मैगजीन के अनुसार सच के लिए कीमत चुकाने वाले चार पत्रकारों और एक मैगजीन को इस सम्मान के लिए चुना गया है. मैगजीन का कहना है कि, ये सभी लोग उन लोगों के प्रतिनिधि हैं, जो दुनियाभर में सच्चाई के लिए लड़ रहे हैं. जमाल खशोगी के संबंध में पत्रिका ने कहा कि, सऊदी पत्रकार ने अपने देश की सरकार से असहमत होने की हिम्मत की. इसके लिए उनकी हत्या कर दी गई.

न्यायिक प्रशिक्षण तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में सहयोग पर भारत और म्यांमार में दो समझौते

भारत और म्यांमार ने 11 दिसम्बर को दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये. ये समझौते म्यांमार की यात्रा पर गये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और म्यांमार के राष्ट्रपति यू विन मीइंट के बीच हुई प्रतिनिधिमंडल स्तर की भी बातचीत के बाद हुए.

पहला समझौता म्यांमार में न्यायाधीशों और न्यायिक अधिकारियों के प्रशिक्षण तथा क्षमता निर्माण के लिए भारत की राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी और म्यांमार के संघीय मुख्य न्यायाधीश के कार्यालय के बीच हुई. दूसरा समझौता म्यांमार के शिक्षा मंत्रालय के अनुसंधान और नवाचार विभाग और भारत के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के बीच विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में सहयोग के लिए हुआ है.

भारत की मदद से बनाये जा रहे हैं 250 घर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने म्यांमार के राखिने प्रांत में भारत की मदद से बनाये जा रहे 250 घरों के पहले चरण में बनाए गए 50 घरों को भी म्यांमार के हवाले किया. गौरतलब है कि राखिने में हुई हिंसा के बाद बहुत से लोग अपने घरों को छोड़ विभिन्न देशों में भागकर शरण लिए हुए है जिनमें से आठ लाख रोहिंग्या मुसलमान केवल बांग्लादेश में शरण लिए हुए हैं.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 10 से 14 दिसम्बर तक म्यांमार यात्रा पर हैं. उन्होंने इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति भवन में स्टेट काउंसलर दाउ आंग सान सू की से भी मुलाकात की. दोनों नेताओं ने विभिन्न द्विपक्षीय मसलों और बहुपक्षीय मसलों पर भी विचार-विमर्श किया.

भारत-म्यांमार संबंध: एक दृष्टि

  • म्यांमार एक ऐसा देश है, जहां भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ और ‘पहले पड़ोसी’ की नीतियां परस्पर टकराती रही है.
  • दोनों देशों ने रक्षा, सुरक्षा, और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में बहुपक्षीय द्विपक्षीय सहयोग की सीमा को भी बढ़ा दिया है.
  • भारत, म्यांमार का एक महत्वपूर्ण विकास सहायक साझेदार भी है. इसमें भारत-म्यांमार-थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग और कलादान मल्टीमॉडल परिवहन परियोजना शामिल है. यह सिट्टवे बंदरगाह को मिजोरम के साथ जोड़ती है.

यूरोपीय संघ ने ब्रेग्जिट मुद्दे पर और बातचीत की संभावना से इन्कार किया

जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल तथा यूरोपीय संघ के अन्य नेताओं ने ब्रेग्जिट (यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने के) मुद्दे पर और बातचीत की संभावना से इन्कार किया है. ब्रिटेन को मौजूदा स्थिति में 29 मार्च तक यूरोपीय संघ से बाहर हो जाना चाहिए. ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने एंजेला मर्केल से कहा है कि बिना किसी उपयुक्त समझौते के ब्रिटेन का यूरोपीय संघ से बाहर हो जाना किसी के हित में नहीं रहेगा. इस बीच यूरोपीय आयोग के प्रमुख ज्यॉ क्लॉउड जुन्कर ने कहा कि इस संबंध में पुन: समझौता वार्ता के लिए कोई गुंजाइश नहीं है. ऑस्ट्रेलिया के चांसलर सबेस्टियन कुर्ज़ ने भी श्री जुन्कर के विचारों से सहमति जताई. ऑयरलैंड के प्रधानमंत्री लिओ वर्दकर ने कहा कि ब्रिटेन चाहे तो अपने निर्णय में बदलाव कर सकता है और चाहे तो इससे अलग होने की अवधि को बढ़ा सकता है.


मैक्सिको ने शरणार्थी मसले पर अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रम्प से बातचीत की

मैक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुएल लोपेज ओब्राडोर ने शरणार्थी मसले पर अपने अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रम्प से बाचतीत की है. दोनों नेताओं ने शरणार्थी समले पर सौहार्दपूर्ण और गरिमापूर्ण तरीके से चर्चा की.

उल्लेखनीय है कि रोजगार और अच्छे जीवन की तलाश में लैटिन अमेरिकी देशों होंडुरास, ग्वाटेमाला और अल सल्वाडोर से मैक्सिको की दक्षिण सीमा से अमेरिका में प्रवेश करने वाले लोगों को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी आ गयी थी.

श्री ट्रम्प के चुनावी मुद्दों में से एक मैक्सिको की सीमा पर दीवार बनवाना भी था. हाल के महीनों में करीब 10 हजार लोगों का कारवां अमेरिका की ओर बढ़ रहा था. इन्हें रोकने के लिए अमेरिका-मैक्सिको बॉर्डर पर 15 हजार सैनिक तैनात किए गये थे. श्री ट्रम्प ने कहा था कि यदि भीड़ पथराव करती है तो सेना उन पर गाेलियां चला सकती है.


उत्तर प्रदेश में नर्सिंग संस्थानों के नियंत्रण के लिए अलग विश्वविद्यालय

उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में सभी दंत चिकित्सा कॉलेजों और नर्सिंग संस्थानों के नियंत्रण के लिए एक विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया है. यह निर्णय कल लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में 11 दिसम्बर को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया. इस विश्वविद्यालय का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया जाएगा.


11 दिसम्बर: अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस

प्रतिवर्ष 11 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2003 में प्रस्ताव पारित करके की थी. इसका उद्देश्य पर्वत के संरक्षण के लिए प्रेरित करना तथा पर्वतों के महत्व को बताना है. इस दिवस के लिए संयुक्त राष्ट्र खाद्य व कृषि संगठन द्वारा समन्वय किया जाता है. वर्ष 2018 में अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस की थीम है- ‘पर्वत आवश्यक’ (Mountains Matter) है.

देश-दुनिया: एक दृष्टि

सामयिक घटनाचक्र डेलीडोज

मातृ और शिशु स्वास्थ्य पर चौथे पार्टनर्स फोरम सम्मेलन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 दिसम्बर को चौथे पार्टनर्स फोरम अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया. इस सम्मेलन का मेजबानी भारत कर रहा है. इसका आयोजन नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 12 से 14 दिसम्बर तक हो रहा है. इस बार के पार्टनर्स फोरम का विषय ‘नारी शक्ति, युवा शक्ति का कल्याण’ है. इस सम्मेलन में 85 देशों के 1200 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे है. सितंबर 2005 में शुरू हुए पार्टनर्स फोरम, वैश्विक स्वास्थ्य भागीदारी का माध्यम है. इसका उद्देश्य मातृ और शिशु मृत्युदर में कमी लाना और किशोरों, बच्चों, नवजात शिशुओं और मातृ स्वास्थ्य में सुधार करना है. इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन स्वास्थ्य मंत्रालय मातृ नवजात और शिशु-स्वाथ्य साझीदारी पीएम एनसीएच के सहयोग से कर रहा है.

देश की औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर 8.1%: अक्टूबर में देश की औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) की वृद्धि दर 8.1 फीसद पर पहुंच गई. यह इसका 11 माह का उच्च स्तर है. पिछले साल अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 1.8 फीसद रही थी. इससे पहले पिछले साल नवम्बर में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 8.5 फीसद रही थी.

संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन: भारत ने पोलैंड (कातोविस) में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन के मंत्री स्तरीय सत्र में कहा है कि पेरिस जलवायु समझौते के मूल सिद्धांतों पर समझौता नहीं किया जा सकता. मूल सिद्धांतों में समान भागीदारी और जलवायु परिवर्तन से निपटने में हर देश की अलग क्षमताएं और अलग जिम्मेदारियां (सीबीडीआर-आरसी) शामिल हैं. इस सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन कर रहे हैं.

इजरायल इस्लामिक देशों के साथ संबंध: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का मानना है कि अरब और दुनिया के कई इस्लामिक देशों के साथ इजरायल के संबंध पहले से बेहतर हुए हैं. उल्लेखनीय है कि कई दशकों तक इजरायल और चाड के बीच कूटनीतिक संबंधाें के खराब होने के बाद नेतन्याहू ने नवंबर में चाड के राष्ट्रपति इदरिस देबी से येरूशलम में मुलाकात की थी. कुछ सप्ताह पहले उन्होंने ओमान का दौरा भी किया था.