डेली कर्रेंट अफेयर्स
18-20 अक्तूबर 2025
तेजस LCA MK-1A लडा़कू जेट विमान का अनावरण
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के नासिक प्लांट में निर्मित पहले तेजस LCA MK-1A लड़ाकू विमान ने 17 अक्टूबर 2025 को अपनी पहली उड़ान भरी.
- इस अवसर पर भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद थे. इस दौरान रक्षा मंत्री ने HAL के नासिक प्लांट में LCA के लिए तीसरी प्रोडक्शन लाइन और HTT-40 ट्रेनर विमान के लिए दूसरी प्रोडक्शन लाइन का भी उद्घाटन किया.
- LCA MK-1A, भारतीय वायुसेना से हाल ही में हटाए गए MiG-21 विमानों की जगह लेगा.
तेजस LCA MK-1A
- तेजस LCA MK-1A (लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट मार्क-1A) भारत का एक उन्नत और स्वदेशी रूप से विकसित बहु-भूमिका वाला लड़ाकू विमान है. यह तेजस LCA MK-1 का उन्नत संस्करण है.
- यह 4.5वीं पीढ़ी का उन्नत मल्टी-रोल फाइटर जेट है जिसकी गति मैक 1.8 तक (लगभग 2,222 किमी प्रति घंटा) है.
- यह हवा से हवा में ईंधन भरने (Air-to-Air Refueling – IFR) की क्षमता से सुसज्जित है.
लखनऊ में निर्मित ब्रह्मोस मिसाइलों की पहली खेप रवाना
लखनऊ में निर्मित ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों की पहली खेप को 18 अक्टूबर 2025 (शनिवार) को रवाना किया गया.
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संयुक्त रूप से मिसाइलों की पहली खेप को रवाना किया.
- यह खेप ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ पहल के तहत भारत की बढ़ती स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का प्रतीक है.
- इस अत्याधुनिक केंद्र में प्रतिवर्ष 80 से 100 ब्रह्मोस मिसाइलों का उत्पादन करने का लक्ष्य है, जिसे बाद में बढ़ाया जा सकता है.
- इस सुविधा से अगले वित्तीय वर्ष से लगभग ₹3,000 करोड़ का कारोबार होने और ₹500 करोड़ का जीएसटी राजस्व मिलने की उम्मीद है.
लखनऊ ब्रह्मोस यूनिट
- लखनऊ ब्रह्मोस निर्माण यूनिट, उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (UPDIC) की सबसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक है, जो मिसाइल के असेंबली, इंटीग्रेशन और परीक्षण (Testing) का पूरा काम भारत में ही करती है.
- इस अत्याधुनिक केंद्र में प्रतिवर्ष 80 से 100 ब्रह्मोस मिसाइलों का उत्पादन करने का लक्ष्य है, जिसे बाद में बढ़ाया जा सकता है.
ब्रह्मोस मिसाइल
- ब्रह्मोस (BrahMos) मिसाइल दुनिया की सबसे तेज़ और घातक सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों में से एक है. यह भारत की रक्षा क्षमताओं की रीढ़ मानी जाती है और ‘मेक इन इंडिया’ का एक प्रमुख प्रतीक है.
- यह मिसाइल भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और रूस के एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया का एक संयुक्त उद्यम है, जिसके तहत ब्रह्मोस एयरोस्पेस का गठन किया गया है.
- इसका नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मोस्कवा नदी के नाम पर रखा गया है.
- अपनी सुपरसोनिक गति (मैक 3), उच्च सटीकता और विस्तारित मारक क्षमता के कारण भारतीय सशस्त्र बलों की रीढ़ मानी जाती है.
- इसके उन्नत संस्करणों की रेंज 450 किमी से 800 किमी तक है. इसे भूमि (मोबाइल ऑटोनॉमस लॉन्चर से), समुद्र (युद्धपोतों और पनडुब्बियों से) और वायु (Su-30MKI फाइटर जेट से) लॉन्च किया जा सकता है.
श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या की भारत यात्रा
श्रीलंका की प्रधानमंत्री डॉ. हरिनी अमरसूर्या 16 से 18 अक्तूबर 2025 भारत की आधिकारिक भारत यात्रा पर थे. प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पहली आधिकारिक भारत यात्रा थी.
- यह यात्रा दोनों पड़ोसी देशों के बीच घनिष्ठ और बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, जो भारत की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति से प्रेरित है.
यात्रा के मुख्य बिन्दु
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 अक्तूबर को श्रीलंका की प्रधानमंत्री अमरसूर्या से नई दिल्ली में मुलाकात की. दोनों नेताओं ने शिक्षा, प्रौद्योगिकी, नवाचार विकास सहयोग और मछुआरों के कल्याण सहित कई क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की.
- अमरसूर्या ने भारत-श्रीलंका संबंधों को ‘सबसे बेहतरीन चरणों में से एक’ बताया और विश्वास व्यक्त किया कि ये संबंध और मजबूत होंगे.
- श्रीलंका की प्रधानमंत्री अमरसूर्या ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात की. श्रीलंका को भारत के निरंतर समर्थन और शिक्षा एवं क्षमता निर्माण के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा हुई.
- प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज की पूर्व छात्रा रही हैं. इस यात्रा के दौरान उन्होंने अपनी मातृसंस्था का दौरा किया और छात्रों को संबोधित किया, जहाँ उन्हें एक विशिष्ट पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया.
गूगल ने विशाखापट्टणम में एआई केन्द्र बनाने की घोषणा की
गूगल ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टणम में अपना पहला और सबसे बड़ा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डेटा सेंटर हब स्थापित करने की घोषणा की है.
परियोजना से जुड़ी मुख्य बातें
- गूगल अगले पाँच वर्षों (2026-2030) में इस AI हब पर लगभग 15 अरब डॉलर (लगभग $1.25 लाख करोड़ रुपये) का निवेश करेगा.
- यह अमेरिका के बाहर गूगल का सबसे बड़ा AI हब और डेटा सेंटर होगा.
- इस परियोजना के लिए गूगल ने अडानी समूह और भारती एयरटेल के साथ साझेदारी की है.
- इसमें गीगावाट-स्तरीय कंप्यूटिंग क्षमता वाला डेटा सेंटर, एक नया अंतर्राष्ट्रीय सबसी केबल गेटवे (समुद्र के नीचे बिछाई जाने वाली केबल का हब) और बड़े पैमाने पर स्वच्छ ऊर्जा का बुनियादी ढांचा शामिल होगा.
- इसका उद्देश्य भारत में AI नवाचार को तेज करना, डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और देश की कंप्यूटिंग क्षमताओं को बढ़ाना है.
संक्षिप्त सामयिक घटनाचक्र
अयोध्या दीपोत्सव में नया रिकॉर्ड
अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का आयोजन हुआ, जिसमें राम की पैड़ी पर 29 लाख से अधिक दीये जलाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया.
WIPO के न्यायाधीश की नियुक्ति
दिल्ली उच्च न्यायालय की न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रतिभा एम. सिंह को विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) के सलाहकार बोर्ड ऑफ जजेज (Advisory Board of Judges) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. यह नियुक्ति 2025-27 की अवधि के लिए की गई है.
आईएमएफ का अनुमान
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अक्टूबर 2025 में जारी अपनी नवीनतम ‘विश्व आर्थिक परिदृश्य (World Economic Outlook)’ रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत के विकास दर 6.6% (पहले के 6.4% से बढ़ाया गया) रहने का अनुमान लगाया है. IMF ने 2025 में वैश्विक विकास दर 3.2% रहने का अनुमान लगाया है.