डेली कर्रेंट अफेयर्स
14 अक्तूबर 2025
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना का शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्तूबर प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (PMDDKY) का शुभारंभ किया था. यह भारत सरकार की योजना है. यह योजना दलहन में आत्मनिर्भरता मिशन के साथ शुरू किया गया.
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के तहत कृषि उत्पादकता के मामले में अत्यंत पिछड़े जिलों को अन्य विकसित जिलों के बराबर लाना और कृषि को अधिक आधुनिक और आत्मनिर्भर बनाना है.
योजना के मुख्य उद्देश्य
- उत्पादकता में वृद्धि
- किसानों को फसल विविधीकरण की ओर प्रेरित करना
- पंचायत एवं प्रखंड स्तर पर भंडारण क्षमता में वृद्धि
- सिंचाई सुविधा में सुधार
- कृषि ऋण को आसान बनाना
योजना में शामिल जिले
- इस योजना में देश के उन 100 जिलों को शामिल किया जाएगा, जो कृषि उत्पादकता में पिछड़े हैं. प्रत्येक राज्य से कम से कम एक जिला जरूर शामिल किया जाएगा.
- पात्र जिलों का चयन तीन प्रमुख आधार पर किया जाएगा. ये आधार हैं:
- कम कृषि उत्पादकता
- कम फसल सघनता
- कम लोन वितरण
योजना की प्रमुख बातें
- इस योजना से लगभग 1.7 करोड़ छोटे और सीमांत किसानों को लाभ मिलने का अनुमान है.
- यह योजना पाँच वर्षों के लिए है, जो 2025-26 से शुरू होकर 2029-30 तक रहेगी.
- इसपर प्रत्येक वर्ष 24 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे और 1.70 करोड़ किसानों को फायदा होगा.
- इसका मॉडल नीति आयोग के आकांक्षी जिला कार्यक्रम से लिया गया है.
- आकांक्षी जिला कार्यक्रम भारत सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य देश के सबसे कम विकसित जिलों में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है.
दलहन में आत्मनिर्भरता मिशन का शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्तूबर दलहन में आत्मनिर्भरता मिशन (Mission for Aatmanirbharta in Pulses) का शुभारंभ किया था. यह मिशन प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (PMDDKY) के साथ शुरू किया गया.
इस मिशन का मुख्य उद्देश्य देश में दालों के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना और आयात पर निर्भरता को कम करना है.
मिशन की प्रमुख बातें
- यह मिशन छह वर्षों (2025-26 से 2030-31) के लिए ₹11,440 करोड़ के कुल परिव्यय के साथ शुरू किया गया है.
- इसका मुख्य लक्ष्य दालों के उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाना और आयात पर निर्भरता को कम करना है. तूर (अरहर), उड़द, और मसूर के उत्पादन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
- वर्ष 2030-31 तक देश में दालों का उत्पादन 350 लाख टन तक बढ़ाये जाने का लक्ष्य है.
- अगले चार वर्षों के लिए, पंजीकृत किसानों से तूर, उड़द और मसूर की 100% खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सुनिश्चित की जाएगी. यह खरीद नेफेड (NAFED) और एनसीसीएफ (NCCF) जैसी सरकारी एजेंसियां करेंगी.
यह मिशन कई स्तरों पर काम करेगा:
- उत्पादकता में वृद्धि:उच्च उत्पादकता वाली, कीट-प्रतिरोधी और जलवायु-अनुकूल किस्मों के बीजों का विकास और वितरण किया जाएगा. किसानों को मुफ्त बीज किट वितरित की जाएंगी.
- क्षेत्र विस्तार: खाली पड़ी ज़मीन और फसल विविधीकरण (Crop Diversification) के माध्यम से दालों की खेती के तहत क्षेत्रफल को बढ़ाया जाएगा.
- मूल्य श्रृंखला का सुदृढ़ीकरण: कटाई के बाद के नुकसान को कम करने के लिए 1,000 नई प्रोसेसिंग और पैकेजिंग इकाइयाँ स्थापित किया जाएगा.
- किसानों के लिए समर्थन: किसानों के कौशल को बढ़ाने के लिए संरचित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. वैश्विक कीमतों की निगरानी के लिए एक तंत्र स्थापित किया जाएगा ताकि किसानों के हितों की रक्षा हो सके.
यह मिशन भारत को दालों के मामले में आत्मनिर्भर बनाने और किसानों की आय में वृद्धि करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, क्योंकि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दाल उत्पादक और उपभोक्ता होने के बावजूद, अपनी घरेलू मांग को पूरा करने के लिए अभी भी 15-20% दालों का आयात करता है.
अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार 2025
वर्ष 2025 का अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार (Sveriges Riksbank Prize in Economic Sciences in Memory of Alfred Nobel) तीन अर्थशास्त्रियों को दिया गया है. ये हैं:
- जोएल मोकिर (अमेरिका)
- फिलिप अघियन (फ़्रांस)
- पीटर हॉविट (कनाडा)
- उन्हें यह सम्मान ‘नवाचार-संचालित आर्थिक विकास की व्याख्या करने’ के लिए दिया गया है.
- जोएल मोकिर को ‘तकनीकी प्रगति के माध्यम से निरंतर विकास के लिए आवश्यक शर्तों की पहचान’ करने के लिए पुरस्कार राशि का आधा हिस्सा दिया जाएगा.
- पुरस्कार राशि का शेष आधा हिस्सा फिलिप अघियन और पीटर हॉविट को संयुक्त रूप से ‘रचनात्मक विनाश (Creative Destruction) के माध्यम से निरंतर विकास के सिद्धांत’ पर उनके काम के लिए दिया जाएगा.
संक्षिप्त सामयिक घटनाचक्र
कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद भारत की यात्रा पर
कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद 12 अक्तूबर से भारत की यात्रा पर हैं. वे विदेश मंत्री सुब्रहमणयम जयशंकर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के साथ बैठक करेंगी. इसमें परस्पर व्यापार, ऊर्जा और सुरक्षा से जुड़े विषयों पर चर्चा होगी. यह यात्रा हाल ही में हुई उच्च-स्तरीय बैठकों और राजनयिक नियुक्तियों के बाद भारत-कनाडा के तनावपूर्ण संबंधों को फिर से पटरी पर लाने के प्रयासों के बीच हो रही है.
श्रीलंका में भारतीय सहायता से संचालित आवास लाभार्थियों को दस्तावेज मिले
श्रीलंका में भारतीय सहायता से संचालित आवास परियोजना के चौथे चरण में 2000 तमिल लाभार्थियों को पात्रता दस्तावेज मिले. यह कार्यक्रम राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की देखरेख में बंदरवेला पब्लिक ग्राउंड्स में आयोजित किया गया था. ये घर भारतीय आवास परियोजना के चौथे चरण का हिस्सा हैं. इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 में सुदूरवर्ती क्षेत्र की अपनी यात्रा के दौरान की थी.
भारत और ऑस्ट्रेलिया का चौथा संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘ऑस्ट्राहिंद’
भारत और ऑस्ट्रेलिया का चौथा संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘ऑस्ट्राहिंद’ 13 से 26 अक्तूबर तक ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में शुरू हो रहा है. भारतीय सेना की एक सौ बीस सैनिकों की टुकड़ी इस वार्षिक अभ्यास में भाग लेगी.
13 अक्तूबर: अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम शमन दिवस
अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम शमन दिवस 13 अक्तूबर को समूचे विश्व में मनाया गया. यह दिवस लोगों में आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता बढाने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है. इस वर्ष की थीम है – ‘फंड रेजिलिएंस, नॉट डिजास्टर्स’.
विश्व जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप गुवाहाटी में शुरू
बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर व्यक्तिगत बैडमिंटन चैंपियनशिप 13 अक्तूबर से असम के गुवाहाटी में खेला जा रहा है. भारत वर्ष 2008 के बाद दूसरी बार इस प्रतियोगिता की मेज़बानी कर रहा है. भारत की शीर्ष वरीयता प्राप्त तन्वी शर्मा, उन्नति हुड्डा और रक्षिता रामराज को शुरुआती दौर में बाई मिली है. इसलिए वे सीधे दूसरे दौर में खेलेंगी.