डेली कर्रेंट अफेयर्स
6 अगस्त 2025

यूपीएससी, एसएससी, बैंक, रेलवे सहित केंद्र एबं राज्य सरकारों द्वारा आयोजित सभी प्रतियोगिता परीक्षा के लिए उपयोगी.

भारत विश्‍व का पांचवां सबसे बड़ा विमानन बाजार बना

अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डा परिवहन संघ (IATA) ने विश्‍व वायु परिवहन के बारे में 4 अगस्त को एक रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट में वर्ष 2024 के वैश्विक वायु परिवहन के आकड़े जारी किये गए हैं.

IATA रिपोर्ट के मुख्य बिन्दु

  • भारत विश्‍व का पांचवां सबसे बड़े विमानन बाजार बन गया है. उसने जापान को पीछे छोड़ कर यह उपलब्धि हासिल की है.
  • वर्ष 2024 में भारत में लगभग 21 करोड़ 10 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा की थी. इस दौरान मुंबई – दिल्‍ली भारत का सबसे व्‍यस्‍त रूट के हवाई अड्डे रहे.
  • आंकडों के अनुसार वर्ष 2024 में भारत में हवाई यात्रा करने वालों की संख्‍या में, वर्ष 2023 की तुलना में, 11 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई.
  • भारत, जापान से आगे रहा, जहां वर्ष 2024 में 20 करोड़ 50 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा की थी. जापान में हवाई यात्रा करने वालों की संख्‍या वर्ष 2023 की तुलना में, 18.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.
  • अमरीका 87 करोड़ 60 लाख यात्रियों के साथ विश्‍व का सबसे बड़ा विमानन बाजार रहा. चीन 74 करोड़ 10 लाख यात्रियों के साथ दूसरे स्‍थान पर और ब्रिटेन 26 करोड़ 10 लाख यात्रियों के साथ तीसरे स्‍थान पर रहा जबकि, स्पेन 24 करोड़ 10 लाख यात्रियों के साथ चौथे स्थान पर रहा.
  • इस संख्‍या में अंतर्राष्‍ट्रीय और घरेलू, दोनों विमान यात्रा करने वाले सभी यात्री शामिल हैं.
  • विश्व के दस सबसे व्‍यस्‍तम रूट के हवाई अड्डों में मुंबई-दिल्‍ली रूट, सातवें स्‍थान पर रहा जहां से वर्ष 2024 में 59 लाख लोगों ने हवाई यात्रा की थी.
  • विश्‍व के व्‍यस्‍ततम हवाई अड्डों में सबसे आगे दक्ष‍िण कोरिया का जेजू-सोल रूट रहा, जहां से वर्ष 2024 में 1 करोड़ 32 लाख लोगों ने यात्रा की थी.

अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डा परिवहन संघ (IATA)

  • अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा परिवहन संघ (International Air Transport Association) विश्व की एयरलाइनों का एक व्यापार संघ है. यह 1945 में स्थापित किया गया था.
  • वर्तमान में IATA में 117 देशों की 290 से अधिक एयरलाइंस शामिल हैं, जो वैश्विक हवाई यातायात का 80 प्रतिशत से अधिक हैं.
  • IATA का मुख्य उद्देश्य हवाई सेवाओं की सुरक्षा, संरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए सहयोग को बढ़ावा देना है.
  • IATA हवाई अड्डों के लिए तीन अंकों वाला कोड प्रदान करता है, जिनका उपयोग हवाई यात्रा को मानकीकृत करने के लिए किया जाता है.

अंडर-17 विश्व कुश्‍ती चैंपियनशिप का एथेंस में समापन

  • अंडर-17 विश्व कुश्‍ती चैंपियनशिप (U-17 World Wrestling Championships) 2025 का आयोजन 28 जुलाई से 3 अगस्त तक ग्रीस के एथेंस में आनो लिओसिया ओलंपिक हॉल में किया गया था.
  • भारतीय पहलवानों ने इस प्रतियोगिता में 4 स्वर्ण, 4 रजत और 1 कांस्य सहित कुल 9 पदक जीते.
  • हरदीप ने 110 किग्रा ग्रीको-रोमन कुश्ती में स्वर्ण जीतकर भारत को इस प्रतियोगिता का पहला पदक दिलाया.
  • रचना (43 किग्रा) और अश्विनी विश्नोई (65 किग्रा) ने भी महिला फ्रीस्टाइल में स्वर्ण पदक जीता.
  • पिछले वर्ष जॉर्डन के अम्मान में हुए अंडर-17 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में भारत ने कुल 10 पदक जीते थे, जिसमें 5 स्वर्ण, 1 रजत और 4 कांस्य पदक शामिल थे.

U-17 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2025 में भारतीय पदक विजेता

भारतीय पहलवानइवेंटमेडल
रचनावूमेंस फ्रीस्टाइल 43 किग्रास्वर्ण
अश्विनी विश्नोईवूमेंस फ्रीस्टाइल 65 किग्रास्वर्ण
सितेंद्रमेंस फ्रीस्टाइल 60 किग्रास्वर्ण
हरदीप110 किग्रा ग्रीको-रोमनस्वर्ण
मोनीवूमेंस फ्रीस्टाइल 57 किग्रारजत
यशितावूमेंस फ्रीस्टाइल 61 किग्रारजत
काजलवूमेंस फ्रीस्टाइल 73 किग्रारजत
लैकीमेंस फ्रीस्टाइल 110 किग्रारजत
कोमल वर्मावूमेंस फ्रीस्टाइल 49 किग्राकांस्य

संक्षिप्त सामयिक घटनाचक्र

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का निधन

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्‍यसभा सदस्‍य शिबू सोरेन का 4 अगस्त को नई दिल्ली में देहांत हो गया. वे 81 वर्ष के थे. सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्‍यक्ष और झारखंड के मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन के पिता थे. शिबू सोरेन का जीवन आदिवासी अधिकारों की रक्षा और स्थानीय भूमि आंदोलन से जुड़ा रहा था. झारखंड में आज से तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है.

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का 5 अगस्त 2025 को निधन हो गया. वे 79 वर्ष के थे. वे जम्मू-कश्मीर, गोवा, बिहार और मेघालय के राज्यपाल रहे थे. सत्यपाल मलिक राज्यसभा और लोकसभा के सदस्य भी रहे थे. सत्यपाल मलिक ने अगस्त 2018 से अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के अंतिम राज्यपाल के रूप में कार्य किया था. उनके कार्यकाल के दौरान 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का ऐतिहासिक फैसला लिया गया था.