डेली कर्रेंट अफेयर्स
4-6 जून 2025
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू आईपीएल के 18वें संस्करण का विजेता बना
- रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू (RCB) आईपीएल के 18वें संस्करण का विजेता बना है. 3 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल में RCB ने पंजाब किंग्स को छह रन से हराकर अपना पहला आईपीएल खिताब जीता.
- यह RCB का चौथा आईपीएल फाइनल था, जबकि पंजाब किंग्स, जिसे पहले किंग्स इलेवन पंजाब के नाम से जाना जाता था, दूसरी बार फाइनल में खेल रही थी.
- आरसीबी के कप्तान रजत पाटीदार और पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर थे.
- पंजाब किंग्स ने फाइनल में टॉस जीतकर आरसीबी को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया था. आरसीबी ने निर्धारित 20 ओवरों में 9 विकेट पर 196 रन बनाए.
- क्रुणाल पांड्या को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. टूर्नामेंट में सबसे अधिक 759 रन बनाने वाले साई सुदर्शन को ‘ऑरेंज कैप’ और सबसे अधिक 25 विकेट लेने वाले प्रसिद्ध कृष्णा को ‘पर्पल कैप’ से सम्मानित किया गया.
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL): एक दृष्टि
- इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) भारत में शीर्ष घरेलू क्लब-आधारित पेशेवर क्रिकेट लीग है. यह टी-20 प्रारूप में खेला जाता है.
- आईपीएल की शुरुआत भारत में क्रिकेट शासी निकाय, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2008 में की गई थी.
- राजस्थान रॉयल्स ने फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स को हराकर पहला आईपीएल जीता था.
- वर्तमान में इसमें 10 टीमें हैं- चेन्नई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियन, सनराइजर्स हैदराबाद, लखनऊ सुपरजायंट्स, गुजरात टाइटन्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, दिल्ली कैपिटल्स, पंजाब किंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और राजस्थान रॉयल्स.
- मुंबई इंडियंस के साथ चेन्नई सुपर किंग आईपीएल की सबसे सफल टीम रही है. दोनों ने पांच-पांच बार ट्रॉफी जीती है.
- पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स एकमात्र ऐसी टीमें हैं जिन्होंने अभी तक आईपीएल खिताब नहीं जीता है.
- आईपीएल विजेता टीम को ₹20 करोड़ और उपविजेता टीम को ₹12.5 करोड़ की राशि दी जाती है.
लद्दाख में भाषा, सरकारी नौकरियों में आरक्षण में संशोधन के लिए अध्यादेश
- राष्ट्रपति द्रोपादी मुर्मू ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के नियमों और विनियमों में संशोधन करने के लिए कई अध्यादेश जारी किए.
- इन अध्यादेशों में इसकी आधिकारिक भाषा नीति, सरकारी नौकरियों में आरक्षण, अधिवास आवश्यकताओं में बदलाव और लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद में महिलाओं के लिए एक तिहाई कोटा प्रदान करना शामिल है.
- इन अध्यादेशों को केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय ने आधिकारिक राजपत्र में अधिसूचित किया.
- केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में कोई विधानसभा नहीं है और राष्ट्रपति के पास लद्दाख की कार्यकारी शक्ति है.
अध्यादेश के मुख्य बिन्दु
- अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू, भोटी और पुरगी को लद्दाख की आधिकारिक भाषा बना दिया है. 31 अक्टूबर 2019 को लद्दाख के अस्तित्व में आने के बाद से अभी तक केवल अंग्रेजी ही लद्दाख की आधिकारिक भाषा थी.
- लद्दाख में सरकारी नौकरियों/ व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए अधिकतम आरक्षण 85% होगा. आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लिए अलग से 10% आरक्षण प्रदान किया गया है.
- लेह और कारगिल की लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषदों में रोटेशन के माध्यम से एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी. लद्दाख में दो जिले हैं, लेह और कारगिल.
भारत के दो स्थलों को रामसर धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया
- रामसर कन्वेंशन (Ramsar Convention) के तहत भारत के दो और ऐतिहासिक आर्द्रभूमि स्थलों को रामसर धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया है. इसके साथ ही भारत में रामसर स्थलों की संख्या 91 हो गई है.
- राजस्थान के फलौदी में खीचन और उदयपुर में मेनार आर्द्रभूमि को रामसर स्थलों की प्रतिष्ठित सूची में शामिल किया गया है.
- रामसर सूची का उद्देश्य वैश्विक जैव विविधता का संरक्षण और मानव जीवन को बनाए रखना है.
रामसर स्थल: एक दृष्टि
- अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि (वेटलैंड) को रामसर स्थल कहा जाता है. रामसर स्थल पानी में स्थित मौसमी या स्थायी पारिस्थितिक तंत्र हैं.
- इनमें मैंग्रोव, दलदल, नदियाँ, झीलें, डेल्टा, बाढ़ के मैदान और बाढ़ के जंगल, चावल के खेत, प्रवाल भित्तियाँ, समुद्री क्षेत्र (6 मीटर से कम ऊँचे ज्वार वाले स्थान) के अलावा मानव निर्मित आर्द्रभूमि जैसे- अपशिष्ट जल उपचार तालाब और जलाशय आदि शामिल होते हैं.
- आर्द्रभूमियां प्राकृतिक पर्यावरण का महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं. ये बाढ़ की घटनाओं में कमी लाती हैं, तटीय इलाकों की रक्षा करती हैं, साथ ही प्रदूषकों को अवशोषित कर पानी की गुणवत्ता में सुधार करती हैं.
- आर्द्रभूमि मानव और पृथ्वी के लिये महत्त्वपूर्ण हैं. 1 बिलियन से अधिक लोग जीवनयापन के लिये उन पर निर्भर हैं और दुनिया की 40% प्रजातियाँ आर्द्रभूमि में रहती हैं तथा प्रजनन करती हैं.
रामसर स्थल का दर्जा
- रामसर स्थल का दर्जा उन आर्द्रभूमियों को दिया जाता है जो रामसर कन्वेंशन (Ramsar Convention) के मानकों को पूरा करते हैं.
- रामसर कन्वेंशन आर्द्रभूमि के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय संधि है. यह आर्द्रभूमि एवं उनके संसाधनों के संरक्षण तथा उचित उपयोग हेतु राष्ट्रीय कार्रवाई और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिये रूपरेखा प्रदान करती है.
- रामसर स्थल नाम कैस्पियन सागर पर स्थित ईरानी शहर रामसर के नाम पर रखा गया है क्योंकि यहीं 02 फरवरी 1971 को रामसर कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किए गए थे. भारत ने इस संधि पर 1 फरवरी 1982 को हस्ताक्षर किये थे.
- रामसर स्थलों की सूची रामसर सम्मेलन के सचिवालय द्वारा रखी जाती है, जो स्विट्जरलैंड के ग्लैंड में स्थित अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन) मुख्यालय में स्थित है.
- रामसर साइट का दर्जा प्राप्त आर्द्रभूमि अंतरराष्ट्रीय महत्व रखते हैं और उनके संरक्षण और उनके संसाधनों के इस्तेमाल के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त होता है.
- दुनिया भर में रामसर साइट की संख्या 2,500 से ज्यादा है, जो करीब 25 लाख वर्ग किलोमीटर से ज्यादा के क्षेत्र में फैले हैं.
भारत और विश्व में रामसर स्थल
- भारत में अब कुल 91 रामसर स्थल हैं जो देश की कुल भूमि का लगभग 5% है. ये क्षेत्र देश के 13.58 लाख हैक्टेयर भूमि में फैले हैं.
- आर्द्रभूमि के राज्य-वार वितरण में तमिलनाडु (20 रामसर स्थल) पहले और गुजरात दूसरे स्थान पर है (एक लंबी तटरेखा के कारण). इसके बाद आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल का स्थान है.
- प्रथम भारतीय रामसर स्थल- केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (राजस्थान) और चिल्का झील (ओडिशा) है, जिसे 1981 में शामिल किया गया था.
- भारत में सबसे बड़ा रामसर स्थल पश्चिम बंगाल का सुंदरबन और सबसे छोटा रामसर हिमाचल प्रदेश में रेणुका है.
- भारत के इंदौर और उदयपुर को ‘वेटलैंड (आर्द्र भूमि) सिटी’ का दर्जा दिया गया है. यह उपलब्धि हासिल करने वाले ये भारत के पहले शहर हैं. दुनिया भर में कुल 31 शहरों को ‘वेटलैंड सिटी’ का दर्जा प्राप्त है.
- रामसर सूची के अनुसार, सबसे अधिक रामसर स्थलों वाले देश यूनाइटेड किंगडम (175) और मेंक्सिको (144) हैं.
- विश्व में अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमि का क्षेत्रफल 150,000 वर्ग किमी से अधिक है. विश्व में सबसे बड़ा आर्द्रभूमि का क्षेत्र ब्राजील का है, जिसका 267,000 वर्ग किमी क्षेत्र आता है.
भारत को संयुक्त राष्ट्र के ECOSOC का सदस्य देश के रुप में चुना गया
- भारत को वर्ष 2026 से 2028 की अवधि के लिए संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC) के सदस्य देश के रुप में चुना गया है.
- भारत ने चुनाव में मतदान करने वाले 189 देशों में से 181 वोट हासिल किए. 193 देश संयुक्त राष्ट्र महासभा के सदस्य हैं.
ECOSOC: एक दृष्टि
- ECOSOC (United Nations Economic and Social Council) संयुक्त राष्ट्र के छह मुख्य अंगों में से एक है. यह आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों से संबंधित नीतियों की सिफारिश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
- ECOSOC के 54 सदस्य देश हैं. इसके एक तिहाई (18 सदस्य) प्रतिवर्ष संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा गुप्त मतदान के माध्यम से चुने जाते हैं.
- ECOSOC की सदस्यता पांच क्षेत्रीय समूह में विभाजित है. ये पांच क्षेत्रीय समूह हैं- एशिया-प्रशांत देश (11 सीटें), अफ्रीकी देश (14 सीटें), पूर्वी यूरोपीय देश (6 सीटें), लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई देश (10 सीटें) और पश्चिमी यूरोपीय और अन्य देश (13 सीटें)
- ECOSOC की स्थापना 26 जून 1945 को हुई थी. इसका मुख्यालय अमेरिका के न्यूयॉर्क में है.
पराग्वे के राष्ट्रपति सैंट्रियागो पेना पलासिओस की भारत यात्रा
- पराग्वे के राष्ट्रपति सैंट्रियागो पेना पलासिओस 2 से 4 जून तक भारत की राजकीय यात्रा पर थे. 2012 में तत्कालीन राष्ट्रपति फर्नांडो लुगो के बाद पैराग्वे के किसी राष्ट्रपति की दूसरी भारत यात्रा थी.
- राष्ट्रपति पलासिओस ने नई दिल्ली और मुंबई का दौरा किया. उन्होंने नई दिल्ली में भारतीय राजनीतिक नेतृत्व से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए.
- उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, स्वास्थ्य, रक्षा, कृषि, हरित ऊर्जा आदि सहित द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की.
- दोनों देश सचिव/उप-मंत्री स्तर पर एक संयुक्त आयोग तंत्र (जेसीएम) स्थापित करेंगे, जो आपसी हितों की समीक्षा और उसे आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम करेगा.
भारत और पैराग्वे संबंध
- भारत और पैराग्वे ने 1961 में राजनयिक संबंध स्थापित किए, जिससे दशकों से दोनों देशों के बीच मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध कायम हुए. भारत ने 2022 में पैराग्वे की राजधानी असुनसियन में अपना दूतावास खोला था.
- पैराग्वे लैटिन अमेरिकी क्षेत्र में भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है. ऑटोमोबाइल और फार्मास्यूटिकल्स क्षेत्र की कई भारतीय कंपनियां पैराग्वे में मौजूद है.
- पैराग्वे की कंपनियां भारत में भी मौजूद है, जो दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों में योगदान दे रही हैं.
- पैराग्वे, मर्कोसुर (MERCOSUR) का सदस्य है. भारत और मर्कोसुर ने 2004 में एक तरजीही व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसे 2009 में लागू किया गया था.
- मर्कोसुर दक्षिण अमेरिकी देशों का एक क्षेत्रीय व्यापार संगठन है. अर्जेंटीना, ब्राजील, उरुग्वे और पैराग्वे इसके सदस्य हैं.
ली जे-म्यांग ने दक्षिण कोरिया के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली
- ली जे-म्यांग ने 4 जून, 2025 को दक्षिण कोरिया के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने बहुमत प्राप्त किया था.
- चुनाव में, डेमोक्रेटिक पार्टी (DP) के उदारवादी नेता ली जे-म्यांग ने 49% वोट हासिल किए, जबकि सत्तारूढ़ रूढ़िवादी पीपुल्स पावर पार्टी (PPP) के किम मून-सू को लगभग 41% वोट मिले.
- दक्षिण कोरियाई संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति का कार्यकाल पाँच वर्ष का होता है और उसका सिर्फ एक ही कार्यकाल होता है.
- दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति देश के राष्ट्राध्यक्ष और देश की सशस्त्र सेनाओं के कमांडर इन चीफ होते हैं. राष्ट्रपति के कार्यालय और निवास स्थान को ब्लू हाउस के नाम से जाना जाता है.
- ली जे-म्यांग 2022 में हुए पिछले राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति यूं सुक-योल से बहुत कम अंतर से हार गए थे.
- दिसंबर 2024 में यूं सुक-योल ने मार्शल लॉ लागू करने का असफल प्रयास किया था जिसमें ली जे-म्यांग ने देश में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था और आखिरकार यूं का महाभियोग हुआ था.
- ली जे-म्यांग ने 2024 के संसदीय चुनाव में अपनी पार्टी को शानदार जीत दिलाई थी.
- ली जे-म्युंग कभी फैक्ट्री में मजदूरी करते थे और फिर मानवाधिकार वकील बने, अब देश के नए राष्ट्रपति बने हैं.
संक्षिप्त सामयिक घटनाचक्र
वर्ष 2027 में दो चरणों में जनगणना कराने का निर्णय
सरकार ने वर्ष 2027 में दो चरणों में जनगणना कराने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही जाति गणना भी की जाएगी. जनगणना के लिए संदर्भ तिथि पहली मार्च, 2027 होगी. लद्दाख और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के बर्फीले क्षेत्रों के लिए संदर्भ तिथि एक अक्टूबर, 2026 होगी. पिछली जनगणना वर्ष 2011 में दो चरणों में की गई थी.
अमरीका ने 12 देशों से प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया
अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रीय और सार्वजनिक सुरक्षा खतरों का हवाला देते हुए 12 देशों से प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा पर हस्ताक्षर किए हैं. यह घोषणा अफगानिस्तान, म्यांमा, चाड, कांगो गणराज्य, गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन के नागरिकों के अमरीका में प्रवेश को पूरी तरह से प्रतिबंधित और सीमित करती है.
बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ में कई लोगों की मौत
बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में 4 मई को आईपीएल विजेता रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू टीम के सम्मान समारोह के दौरान भगदड़ में कई लोगों की मौत हो गई.
उलानबटार ओपन 2025 में भारतीय पहलवानों ने 21 पदक जीते
भारतीय पहलवानों ने 2025 उलानबटार ओपन कुश्ती रैंकिंग सीरीज़ में 21 पदकों- छह स्वर्ण, सात रजत और आठ कांस्य के साथ अपना अभियान समाप्त किया. यह आयोजन 29 मई से 1 जून 2025 तक मंगोलियाई राजधानी उलानबटार में आयोजित किया गया था.
वी. श्रीनिवास को आईआईएएस की प्रशासन परिषद का अध्यक्ष चुना गया
भारत के वी. श्रीनिवास को 2025-28 के कार्यकाल के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रशासनिक विज्ञान संस्थान (आईआईएएस) की प्रशासन परिषद का अध्यक्ष चुना गया है. वे बहरीन के राएद बेन शम्स का स्थान लेंगे. प्रशासन परिषद, आईआईएएस का मुख्य शासी निकाय है. आईआईएएस एक अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठन है. इसकी स्थापना 1930 में हुई थी. भारत 1998 में इसका सदस्य बना.
राजस्थान में ‘वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान’
राजस्थान सरकार ने राज्य में जल संकट की समस्या से निपटने के लिए 5 जून 2025 को राज्यव्यापी ‘वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान’ शुरू किया है. मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने इस अभियान की शुरुआत की. इसका उद्देश्य जल संरक्षण के लिए जनभागीदारी को बढ़ावा देना है. यह अभियान 20 जून 2025 तक जारी रहेगा.
पांच दिवसीय वार्षिक हज यात्रा शुरू
पांच दिवसीय वार्षिक हज यात्रा 4 जून को शुरू हो गई. दुनिया भर से लाखों लोग सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का से मीना में एकत्रित होने के लिए अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं. हज यात्री हज की मुख्य रस्म अदा करने के लिए अराफात के मैदान की ओर बढ़ेंगे. वहां दिन भर विशेष प्रार्थना करेंगे और शाम में मुजदलेफा की ओर प्रस्थान करेंगे. अगली सुबह वे मीना लौट जायेंगे.
5 जून: विश्व पर्यावरण दिवस
5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. प्रकृति और पृथ्वी के संरक्षण के प्रति दुनिया भर में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है. इस वर्ष इस दिवस का विषय है -प्लास्टिक प्रदूषण को परास्त करना.