प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब की यात्रा

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अप्रैल को सऊदी अरब की यात्रा पर जेद्दा गए थे. वे क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्‍मद बिन सलमान के निमंत्रण पर वहां गए थे. श्री मोदी की यह तीसरी सऊदी अरब यात्रा थी.
  • 43 साल बाद, किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने सऊदी बंदरगाह शहर जेद्दा का दौरा किया. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इससे पहले 1982 में जेद्दा का दौरा किया था.
  • इससे पहले भारतीय प्रधानमंत्रियों की यात्राएं राजधानी रियाद तक सीमित रही थी. जेद्दा इस्लाम की दो धार्मिक नगरी- मक्का और मदीना का प्रवेश-द्वार भी है.

चार प्रमुख समझौते

जेद्दा में प्रधानमंत्री मोदी ने क्राउन प्रिंस और सऊदी अरब के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. इस दौरान चार प्रमुख समझौते किए गए. इनमें:

  1. सऊदी स्पेस एजेंसी और भारत के अंतरिक्ष विभाग के बीच एक समझौता ज्ञापन,
  2. सऊदी स्वास्थ्य मंत्रालय और भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के बीच स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग पर समझौता,
  3. सऊदी अरब की एंटी-डोपिंग समिति और भारत की राष्ट्रीय एंटी-डोपिंग एजेंसी के बीच एक समझौता, और
  4. सऊदी पोस्ट तथा इंडिया पोस्ट के बीच डाक सेवाओं में सहयोग को लेकर समझौता शामिल हैं.

भारत-सऊदी अरब रणनीतिक भागीदारी परिषद

  • जेद्दा में प्रधानमंत्री मोदी ने क्राउन प्रिंस और सऊदी अरब के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान ने भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद की दूसरी बैठक की सह-अध्यक्षता की.
  • भारत-सऊदी अरब रणनीतिक भागीदारी परिषद भारत और सऊदी अरब के नेताओं के बीच बैठकों के लिए उच्चतम स्तर का मंच है. इसकी स्थापना 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब यात्रा के दौरान की गई थी.
  • जेद्दा में दोनों नेताओं ने रणनीतिक भागीदारी परिषद के तहत दो नई समितियों को जोड़ने पर सहमति जताई. इससे रणनीतिक भागीदारी परिषद के तहत आने वाली समितियों की संख्या अब चार हो गई है. नई बनाई गई समितियाँ हैं:
  1. रक्षा सहयोग पर मंत्रिस्तरीय समिति और
  2. पर्यटन और सांस्कृतिक सहयोग पर समिति.

अन्य मौजूदा समितियाँ हैं:

  1. राजनीतिक, उपभोक्ता और सुरक्षा सहयोग पर समिति,
  2. अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, निवेश और प्रौद्योगिकी पर समिति.

यात्रा पूर्व निर्धारित समय से पहले ही समाप्त हुई

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की सऊदी अरब यात्रा पूर्व निर्धारित समय से पहले ही समाप्त हुई. 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कारण इस यात्रा बीच में ही छोड़कर नई दिल्ली पहुंच गए.

भारत- सऊदी अरब संबंध

  • श्री मोदी की यह यात्रा सऊदी सुल्तान की पहली भारत यात्रा की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में हुई थी. भारत और सऊदी अरब के राजनयिक संबंध 1947 से ही है. सऊदी अरब में लगभग 2.7 करोड़ भारतीय रहते हैं.
  • 2016 में प्रधानमंत्री मोदी की सऊदी यात्रा दोनों देशों के संबंधों में एक महत्‍वपूर्ण पडाव थी. इस यात्रा के दौरान श्री मोदी को सऊदी के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘किंग अब्दुल्लाज़ीज़ साश’ से सम्मानित किया गया था.
  • 2023-24 में भारत, सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार देश था, जबकि सऊदी अरब भारत का पाँचवाँ सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था. 2023-24 में सऊदी अरब भारत के लिए कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत था.

सऊदी अरब: एक दृष्टि

सऊदी अरब मध्यपूर्व में स्थित एक सुन्नी मुस्लिम देश है. यह एक इस्लामी राजतंत्र है. यह विश्व के अग्रणी तेल निर्यातक देशों में गिना जाता है. इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) का मुख्यालय भी सऊदी अरब के जेद्दा में है.