विपणन वर्ष 2024-25 के लिए खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा

मंत्रिमंडल की आर्थिक कार्य समिति ने वर्ष 2024-25 के लिए खरीफ की 14 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी का निर्णय लिया है. यह निर्णय प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में 17 जून को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया था. नए MSP पर दो लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे.

मुख्य बिन्दु

  • फसल वर्ष 2023-24 के लिए सामान्य श्रेणी के धान का MSP 117 रुपये बढ़ाकर 2300 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है.
  • कपास का नया MSP 7121 और एक दूसरी किस्म के लिए 7521 रुपए पर मंजूरी दी है जो पिछली MSP से 501 रुपए ज्यादा है. तिल 632 रुपये प्रति क्विंटल और अरहर दाल 550 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है.
  • 2024-25 खरीफ के लिए हाल ही में घोषित MSP में, किसानों को उत्पादन लागत पर सबसे अधिक मार्जिन बाजरा (77 प्रतिशत), इसके बाद तुअर (59 प्रतिशत), मक्का (54 प्रतिशत), और उड़द ( 52 प्रतिशत) पर है.

14 फसलों पर MSP में कितनी हुई वृद्धि?

फसल2024-252023-24वृद्धि
धान (सामान्य)23002183117
धान (ए ग्रेड)23202203117
ज्वार (हाईब्रिड)33713180191
ज्वार (मालदंडी)34213225196
बाजरा26252500125
रागी42903846444
मक्का22252090135
अरहर75507000550
मूंग86828558124
उड़द74006950450
मूंगफली67836377406
सूरजमुखी72806760520
सोयाबीन48924600292
तिल92678635632
रामतिल87177734983
कपास (सामान्य)71216620501
कपास (उन्नत)75217020501

मुख्य खरीफ फसलें

धान (चावल), मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंग, मूंगफली, गन्ना, सोयाबीन, उडद, तुअर, कुल्थी, जूट, सन, कपास आदि. खरीफ की फसलें जून जुलाई में बोई जाती हैं और सितंबर-अक्टूबर में काट लिया जाता है.

MSP (Minimum Support Price) क्या है?

  • MSP (Minimum Support Price) यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य वह कीमत होती है, जिस पर सरकार किसानों से अनाज खरीदती है. इसे सरकारी भाव भी कहा जा सकता है.
  • सरकार हर साल फसलों की MSP तय करती है ताकि किसानों की उपज का वाजिब भाव मिल सके. इसके तहत सरकार फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया, नैफेड जैसी सरकारी एजेसिंयों की मदद से किसानों की फसलों को खरीदती है.